मुंबई। बॉलीवुड के डांसिग स्टार गोविंदा अपने डांस को डांस की तरह नहीं मानते हैं। अपने कैरियर के शुरुआती दिनों में गोविंदा ने डिस्को और स्ट्रीट डांसर के माध्यम से अपनी नृत्य शैली को दर्शाया था।
गोविंदा ने इस बारे में कहा कि मेरा डांस तो डांस की तरह था ही नहीं। वह काफी रोचक हिस्सा रहा करता था। लोग कहते हैं कि जब गोविंदा डांस करता है, तो ऐसा नहीं लगता कि वह डांस करता है।
गोविंदा ने कहा कि आपने नृत्य के कई प्रारूप देखे होंगे, लेकिन इसका नया प्रारूप आ रहा है। इससे आपका स्वास्थ्य न केवल अच्छा होगा, बल्कि इससे आपका मनोरंजन भी होगा। डांस केवल डांस नहीं होता, लेकिन यह इससे कुछ अधिक होता है।
विश्वभर में जब लोग जागते हैं, तो वे व्यायाम नहीं करते, बल्कि डांस करते हैं। प्राणायाम भी डांस के जरिए ही होता है। आपका दिल खुश रहता है और लोग बिना कहे बात करते हैं।