सिरोही। बीजेपी के बेटी बचाओं-बेटी पढ़ाओं प्रकल्प की प्रदेश संयोजक डाॅ. मीना आसोपा ने समाज में बेटीयों की स्थिति पर गहरी चिन्ता प्रकट करते हुए कहा कि बेटियों का दुर्भाग्य है कि हमारी बच्चियां न तो अपनी मां की कोख में सुरक्षित हैं और ना कोख से बाहर।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू किए गए राष्ट्रीय अभियान ’बेटी बचाओं-बेटी पढ़ाओं’ के माध्यम से बहन बेटियों के जीवन स्तर को संवारने का संकल्प करवाया।
आसोपा ने इस संदर्भ में आगामी 15 जुलाई को जोधपुर में आयोजित सम्भागीय सम्मेलन में जिले की महिलाओं को भाग लेने का निमन्त्रण भी दिया। ’बेटी बचाओं-बेटी पढ़ाओं’ भाजपा सिरोही शहर प्रकल्प के संयोजक लोकेश खण्ड़ेलवाल के अनुसार सोमवार को डाक बंगले में प्रकल्प की महिलाओं, जनप्रतिनिधियों एवम् कार्यकर्ताओं से मुखातिब होते हुए प्रदेश संयोजक आसोपा ने कहा कि बेटी हैं तो कल हैं, बेटी से रोशन जगसारा – बेटी सूरज बेटी तारा।
उन्होंने कहा कि केन्द्र एवम् प्रदेश की भाजपा सरकार बेटी बचाओं, बेटी पढ़ाओं को लेकर काफी संवेदनशील हैं और इसके लिए कड़े कदम उठाये जा रहे हैं। आसोपा ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपना पदभार सम्भालते ही देश में कन्या जन्मदर के गिरते स्वरूप पर गहरी चिन्ता जताई थी और बेटीयों के लिए बडी योजना का शुभारम्भ 22 जनवरी 2015 को पानीपत में किया। इस मुहिम को आगे बढ़ाने में संगठन स्तर पर व्यापक कार्य योजना बनाकर काम किया जा रहा है।
इस अवसर पर पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष तारा भण्ड़ारी ने बेटा-बेटी के बढते लिंगानुपात पर चिन्ता जताई और कहा कि अगर बेटियों ने जन्म नहीे लिया तो बहु कहा से लाओंगें। भण्ड़ारी ने प्रधानमंत्री के नमामी गंगे, स्वच्छ भारत अभियान एवम् बेटी बचाओं-बेटी पढ़ाओं जैसी अनुकरणीय योजनाओं को समाज के लिए लाभदायक बताया।
इस मौके पर उपस्थित जिला प्रमुख पायल परसरामपुरिया ने अपने सम्बोधन में कहा कि प्रधानमंत्री की यह मुहिम समय की महत्ती आवश्यकता थी क्योंकि बेटी आज समाज में अपने मान सम्मान, प्रतिष्ठा के लिए संघर्ष कर रही हैं। महिलाओं को सरकार ने आरक्षण देकर आगे बढ़ाने का कार्य किया हैं।
परसरामपुरिया ने सभी से अपील कर कहा कि अगर आप दोंगें बेटियों को खुला आसमान तो बेटी बढ़ाएंगी परिवार का नाम। उन्होंने कहा कि चाहे लाख गुलाब लगा लो तुम घर आंगन में जीवन में खुशबु तो बेटी के आने से ही होगी।
इसी प्रकार प्रधान प्रज्ञा कुंवर ने सवाल खड़ा करते हुए कहा कि हमें मां चाहिए, बहन चाहिए, पत्नि चाहिए तो फिर बेटी क्यों नहीं? प्रधान ने कहा कि मायका कहता हैं ये बेटियों तो पराई हैं ससुराल कहता हैं ये पराये घर से आई है तो बेटिया किस घर के लिए बनाई हैं?
भाजपा जिलाध्यक्ष लुम्बाराम चौधरी ने इस मौके पर कहा कि हमारी भाजपा सरकार समाज में व्याप्त रूढ़िवादी बातों के उन्मुलन में सत्त प्रयन्तशील हैं और गरीबी, कुपोषण, कन्या भेदभाव, बालिका शिक्षा, बालिका संबल के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य कर रही हैं।
प्रकल्प की जिला संयोजक दमयन्ती डाबी ने प्रदेश संगठन को विश्वास दिलाया कि जिले की महिलाएं आगामी 15 जुलाई को बेटी बचाओं के इस अभियान को सफल बनाने के लिए सम्भागीय सम्मेलन में भाग लेने पहुंचेगी।
उन्होंने कहा कि अभागों के भी भाग्य बना देती हैं बेटिया और घर में रोशनी सागर होती हैं बेटीया। प्रकल्प के शहर संयोजक लोकेश खण्ड़ेलवाल ने सभी का आभार प्रकट किया। बैठक के प्रारम्भ में अतिथियों का स्वागत सत्कार किया गया।
इस अवसर पर प्रकल्प की कोटा संभाग प्रभारी विजय लक्ष्मी, जोधपुर जिला संयोजक उर्मिला रामावत, भाजपा नगर अध्यक्ष सुरेश सगरवंशी, पूर्व पंचायत समिति सदस्य पुष्पा कंवर, पूर्व पार्षद शर्मिला गुप्ता, मणीदेवी माली, जमना प्रजापत, सहवृत सदस्य मंजु मेघवाल, ग्रामीण अध्यक्ष नेनसिंह राजपूरोहित, महामंत्री महिपालसिंह चारण, छात्र संघ अध्यक्ष गोपाल माली, अनिल प्रजापत, रमजान खांन, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष नारायण चौधरी, जब्बरसिंह, अंकित रावल सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।