नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के मंत्रिमंडल ने रविवार को सड़कों पर झाडू लगाकर एमसीडी के सफाई कर्मियों की हड़ताल के कारण फैले कूड़े को साफ किया। हालांकि केजरीवाल ने निगम कर्मियों की मांगों का समर्थन किया है।
वेतन नहीं मिलने से उत्तरी और पूर्वी एमसीडी के सफाई कर्मचारी पांच दिन से हड़ताल पर हैं, जिससे राजधानी कूडे के ढेर में तब्दील होती जा रही है।
वहीं निगम कर्मियों ने दिल्ली सरकार पर दबाव बनाने के लिए कूडे को मुख्य मार्गों और मंत्रियों व विधायकों के घरों के बाहर फैलाना शुरू कर दिया है। इससे दिल्ली की जनता गंदगी और बदबू की समस्या से जूझ रही है। ऐसे में केजरीवाल सरकार ने सफाई का जिम्मा स्वयं संभाल लिया है। इसके लिए पार्टी से जुडे वालंटियरों से भी सहयोग लिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि वह हडताली निगमकर्मियों की मांगों का समर्थन करते हैं। उन्होंने समस्या के जल्द समाधान की उम्मीद जताई है। केजरीवाल ने कहा कि मैं कर्मचारियों की वेतन संबंधी मांगों का समर्थन करते हैं और उन्हें जल्द वेतन मिलना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मंगलवार को उच्च न्यायालय में मामले की सुनवाई होगी और मुझे उम्मीद है कि उस दिन कुछ हल निकलेगा।
दिल्ली लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के ट्रक रात के समय भी सड़कों से कूडा उठाने के काम में जुटे रहे। वहीं दिल्ली के लोक निर्माण विभाग मंत्री सत्येंद्र जैन ने रविवार को उत्तरी और पूर्वी एमसीडी के आयुक्तों से मुलाकात की।
दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने शाहदरा, पडपडगंज इलाके में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया खुद झाड़ू लगाते नजर आए। मंत्री कपिल मिश्रा और इमरान हुसैन ने करावल नगर और बल्लीमारन में सफाई का जिम्मा संभाला। पार्टी के मंत्री और विधायकों ने अपने वालंटियरों के साथ मिलकर सड़कों पर फैली गंदगी और कूड़े को साफ किया।
एमसीडी कर्मचारियों के वेतन मुद्दे पर राजनीति का बाजार गरम है। एक और जहां भाजपा शासित एमसीडी का आरोप है कि उसे दिल्ली सरकार से फंड नहीं मिल रहा है। वहीं केजरीवाल सरकार का दावा है कि उन्होंने वेतन का पैसा जारी कर दिया है।