बहराइच। अंतिम संस्कार के लिए एक महिला का कब्र खोदा गया था। उसे दफनाने के लिए तैयारी चल रही थी। धार्मिक रिवाजों के तहत उसके अंतिम संस्कार की प्रक्रिया अपनाई जा रही थी।
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औरते महिला के शव को नहला रही थी तभी उसके शव में हरकत दिखी, सांस भी चलने लगी। जिसे देख कर सब भौचक्के रह गए। सभी लोग आनन फानन में इलाज के लिए जिला अस्पताल में पहुंचाया। जहां पर उसकी हलत चिंताजनक बनी हुई है। ये वाक्या अलीपुर गौरोना गांव की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, बौण्डी थाना क्षेत्र अंतर्गत अलीपुर गौरोना ग्राम निवासी रेशमा 22 पत्नी सिराज विगत छह माह से पीलिया से ग्रसित थी, उसका इलाज स्थानीय डाक्टरों से चल रहा था। लेकिन पांच दिन पूर्व उसकी हालत ज्यादा बिगड़ गई।
इस पर परिवार वालों ने उसे लखनऊ के एक निजी अस्पताल में पहुंचाया। जहां इलाज के बाद उन्हें रेशमा की हालत नहीं सुधरी। वह कोमा में चली गई । डाक्टरों ने शनिवार की भोर उसे डिस्चार्ज कर दिया।
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चार घण्टे तक मृत अवस्था में थी रेशमा थी। सुबह तकरीबन आठ बजे आसपास के लोग रेशमा को देखने पहुचे थे परिवारीजन भी पास भी बैठे थे तभी रेशमा ने दम तोड़ दिया। इसके बाद परिवार मे रोना पिटना मच गया। रिश्तेदारों को भी इसकी सूचना दी गई।
सूचना पाकर लोग अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए पहुच भी गए। गांव के कब्रिस्तान में दफनाने के निए कब्र भी खोद दी गई थी मजिस्द में जनाज—ए—नमाज की फर्ज अदाएगी के लिए पेश ए इमाम को सूचित कर दिया गया था।
मजिस्द से रेशमा के इंतकाल की सूचना भी प्रसारित कर दी गई थी। लेकिन करीब बारह बजे जब रेशमा के शव को नहलाया जा रहा था। तभी वह जिंदा हो उठी। करीब चार घण्टे तक मौत के आगोश में रहने के बाद रेशमा की जीवित हो उठने को गांव वाले अल्लाह का चमत्कार मान रहे हैं।
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पांच दिनों से लखनऊ के निजी अस्पताल में चल रहा था इलाज रेशमा विगत छह माह से पीलिया से ग्रसित थी उसका इलाज स्थानीय डाक्टरों से चल रहा था। लेकिन पांच दिन पूर्व उसकी हालत ज्यादा बिगड़ गई।
इस पर परिवारीजनों ने उसे लखनऊ के एक निजी अस्पताल में पहुचाया। जहां इलाज के बाद उन्हे रेशमा की हालत नहीं सुधरी। वह कोमा में चली गई । डाक्टरों ने शनिवार की भोर उसे डिस्चार्ज कर दिया।
पांच वर्ष की मासूम सूंघ कर पढ़ती है अखबार और किताबें
हिपैटिक इंशीफेलोपैथी से पीड़ित है महिला
अलीपुर गौरोना से रेशमा नाम की एक महिला जिला अस्पताल पहुची है। वह हिपैटिक इंशीफेलोपैथी से पीड़ित है। दिमाग पर पीलिया चढ़ जाने के कारण वह कोमा में है। हालत बेहद नाजुक बनी हुई है। फिर भी उसे बचाने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है।