सुकमा। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के चिंतागुफा थाना क्षेत्र के एलमागोडा और कच्चापाल के जंगल में सोमवार को नक्सलियों के बडे हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 15 जवान शहीद हो गए और एक दर्जन से अधिक घायल हैं। जिनमें तीन की हालत गंभीर है। इस मुठभेड़ में करीब आठ नक्सलियों के भी मारे जाने की खबर है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार एलमागुंडा और कसलपारा के पास शाम को नक्सलियों ने सीआरपीएफ और जिला पुलिस बल के गश्त पर पैदल निकले जवानों पर बारूदी सुरंग विस्फोट के जरिए बड़ा हमला किया। विस्फोट के बाद आसपास छिपे नक्सलियों ने गोलीबारी भी शुरू कर दी। जवानों ने भी जैसे तैसे संभलकर गोलीबारी का जवाब दिया लेकिन तब तक कमांडेंट और सहायक कमांडेंट समेत तेरह जवान शहीद हो गए थे।
सूत्रों ने कहा कि गंभीररूप से घायल 14 जवानों को हेलीकॉप्टर से बस्तर संभाग मुख्यालय जगदलपुर स्थित चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल लाया गया। नक्सल आपरेशन के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक आर के विज ने 14 जवानों के शहीद होने और 14 अन्य के घायल होने की पुष्टि करते हुए कहा कि घटनास्थल की ओर सुकमा पुलिस अधीक्षक दल बल के साथ गए हुए हैं।
राज्य में नक्सल अभियान के प्रभारी अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक आरके मिंज ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि नक्सलियों ने घात लगाकर इस बड़े हमले को अंजाम दिया। घायलों को जगदलपुर के चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल भेजा गया है। घटना की सूचना मिलते ही घटनास्थल की ओर आसपास के शिविरों और थानों से पुलिस बल भेजा गया है।
नक्सली हमले को चुनौती के रूप में लिया : राजनाथ
लखनऊ। केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सोमवार शाम हुए नक्सली हमले को कायराना बताते हुए कहा है कि सरकार ने इसे चुनौती के रूप में लिया है। çसंह ने कहा कि माओवादियों ने भोले भाले गांव वालों को ढाल बनाकर जिस तरह केन्द्रीय रिजर्व पुलिस के जवानों पर कायराना हमला किया है उसकी जितनी निंदा की जाए कम है।
उन्होंने कहा कि हमले में 13 से 15 जवानों के शहीद होने की सूचना मिली है। घटना की जानकारी मिलते ही उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, खुफिया ब्यूरो के निदेशक, केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के महानिदेशक से बात की है। उन्होंने कहा कि ऎसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लि एसरकार हरसंभव कदम उठाएगी।
सिंह ने कहा कि वह तो अभी घटनास्थल पर जाना चाहते थे लेकिन तकनीकी कारणों से नहीं जा पा रहे हैं। वे मंगलवार को घटनास्थल का दौरा करेंगे। उन्होंने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए उनके परिवारों को सांत्वना दी। उन्होंने शहीद जवानों के परिवारों को भरोसा दिलाया कि उनकी देखरेख अब सरकार करेगी।
उन्होंने कहा कि अभी वह राहत राशि की घोषणा नहीं करेंगे। सरकार के अन्य लोगों से विचार विमर्श कर मौके पर इसकी घोषणा करेंगे। उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों की सख्ती की वजह से माओवादी बौखलाए हैं इसलिए इस तरह क ी कायराना हरकतें कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हिंसा क ो किसी दशा में इजाजत नहीं दी जा सकती।
सरकार ने इस हमले को चुनौती के रूप में लिया है। यह देश के नागरिकों को भी चुनौती है। उन्होंने कहा कि इस घटना से वह व्यक्तिगत रूप से आहत हैं। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के चिंतागुफा क्षेत्र के ज ंगल में नक्सलियों के हमले में सीआरपीएफ के दो अधिकारी समेत कम से कम 13 जवान शहीद हो गए और 14 घायल हो गए।
नक्सलियों के हमले को बताया कायराना
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने सुकमा जिले में सोमवार को नक्सलियों के हमले को कायराना बताते हुए इसकी कडे शब्दों में निंदा की है और कहा कि हमारे बहादुर जवानों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी। सिंह ने अपने बयान में हमले में शहीद हुए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की है। उन्होंने घायल जवानों को बेहतर से बेहतर इलाज मुहैया कराने के निर्देश देते हुए कहा कि सरकार पूरी तरह जवानों और उनके परिजनों के साथ है।
सिंह तीन दिनों की यात्रा पर रविवार को दिल्ली रवाना हुए थे और अभी वे दिल्ली में हैं। माना जा रहा है कि केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह मंगलवार को इस राज्य की यात्रा पर आ सकते हैं। इस बीच विधानसभा में विपक्ष के नेता टीएस सिंहदेव ने यहां अपने बयान में नक्सली हमले की निंदा करते हुए कहा कि शहीद जवानों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की है। उन्होंने कहा कि हमले में उनके अपने भाई ही शहीद हुए हैं।