प्रत्येक वर्ष 23 दिसंबर को भारत के 7वें प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के जन्म दिन काे राष्ट्रीय किसान दिवस (National Farmers Day) रूप में मनाया जाता है चौधरी चरण सिंह को किसानों का मसीहा भी कहा जाता था। क्योकि उनके द्वारा तैयार किया गया ‘जमींदारी उन्मूलन विधेयक’ राज्य के कल्याणकारी सिद्धांत पर आधारित था। 1जुलाई, 1952 को उत्तर प्रदेश में उनके बदौलत जमींदारी प्रथा का उन्मूलन हुआ और गरीबों को अधिकार मिला। इसमें बहुत सारे भूमिहीन किसानो को जमीने मिली।
चौधरी चरण सिंह का जन्म 23 दिसम्बर, 1902 Uttar Pradesh मेरठ जिले के नूरपुर में एक साधारण जाट परिवार में हुआ था। इनके पिता का नाम चौधरी मीर सिंह था वे एक गरीब किसान थे।
चरण सिंह जी की प्रारम्भिक शिक्षा नूरपुर में ही हुई थी, और आगरा विश्वविद्यालय से कानून की शिक्षा प्राप्त की और गाजियाबाद आकर वकालात का कार्यभार सभांंला। सन 1929 में गायत्री देवी के साथ इनका विवाह हुआ
चरण सिंह जी ने “सविनय अवज्ञा आन्दोलन” में ‘नमक कानून’ में महात्मा गांधी का साथ दिया। उन्होंने गाजियाबाद की सीमा पर बहने वाली हिण्डन नदी पर नमक बनाया।
चाैधरी चरण सिंह जी ने वर्ष 1938 में कृषि उत्पाद बाजार विधेयक पेश किया जिसे सबसे पहली बार पंजाब में द्वारा अपनाया गया था।
चरण सिंह जी वर्ष 1967 में कांग्रेस पार्टी छोड़कर एक नये राजनैतिक दल ‘भारतीय क्रांति दल’ की स्थापना की थी।
चरण सिंह जी 28 जुलाई 1979 को देश के प्रधानमंत्री बने थे।