ओंकारेश्वर/खंडवा। पुण्य सलीला मां नर्मदाजी के जन्मोत्सव पर्व पर तीर्थनगरी ओंकारेश्वरा में बनाए गए विभिन्न मंचों से मां नर्मदाजी के पूजन अभिषेक का क्रम सैकड़ों लीटर दूध के साथ विद्वान पंडितों की उपस्थिति में दोपहर 11.30 से प्रारंभ हुआ जो दोपहर 1.30 तक चलता रहा।
इसके अतिरिक्त नर्मदा के घाटों पर बाहर से आए श्रद्धालुओं ने भी नर्मदा पूजन के साथ चुनरी भी औढ़ाई गई। अनेक स्थानों पर कन्याभोज के साथ महाप्रसादी भंडारे के आयोजन हुए जिसमें हजारों भक्तों ने प्रसादी ग्रहण की।
दोपहर बाद रात्रि का कार्यक्रम देखने हेतु हजारों भक्त अपने निजी वाहनों से यहां पहुंचे। घाटों पर संध्याकाल के दीपदान के साथ पूजन अभिषेक के पश्चात काकड़ा आरती व आतिशबाजी के दृश्य को देखकर श्रद्धालुओं का जनसैलाब आनंदविभोर हो गया।
इस संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार नर्मदाजी पर्व पर श्रीमद् भागवत घाट पर बने मंच से पंडित कमलकिशोरजी नागर ने हजारों भक्तों के बीच दोपहर 12 बजे मां नर्मदा पूजन अभिषेक किया।
इसी तरह अभय घाट पर मार्कंडेय संयास आश्रम के स्वामी प्रणवानंदजी सरस्वती ने संतगणों तथा भक्तों के बीच मां नर्मदा पूजन किया। इस अवसर पर आश्रम में नगर के सभी विद्यालयों की कन्याओं को कन्याभोज कराकर उन्हें दक्षिणा व अन्य सामग्री भेंट की गई।
गौमुख घाट पर जुना अखाड़े के संत महामंडलेश्वर धर्मेद्रपुरी के साथ अन्य संतगणों एवं उनके भक्तों ने मां नर्मदा का पूजन अभिषेक किया। परिक्रमा पथ पर स्थित बर्फानी धाम पर संत महामंडलेश्वर हनुमानदासजी के सानिध्य में पूजन अभिषेक हुआ।
ब्रह्मपुरी घाट पर गजानंद महाराज संस्थान एवं पयहारी आश्रम की ओर से पूजन किया गया। स्थानीय डेरेश्वर महादेव मंदिर में नारायणपुरी के भक्तों की ओर से जेपी चौक पर नर्मदा युवा संगठन की ओर से, काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में भोगावा के भक्तमंडल की ओर से, ब्रह्मपुरी क्षेत्र में गजानंद महाराज संस्थान तथा अन्य दो संस्थाओं द्वारा महाप्रसादी का वितरण किया गया।
जय मां नर्मदा युवा संगठन द्वारा शाम पांच बजे शोभायात्रा निकाली गई जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। संध्याकाल शाम 6 बजे संगठन के मंच से मां नर्मदा पूजन अभिषेक कार्यक्रम में पंडित कमलकिशोर नागर सम्मिलित हुए।
इसी तरह ओंकार घाट, चक्रतीर्थ घाट एवं गौमुख घाट के साथ श्रीमद् भागवत घाट एवं बर्फानी धाम घाट पर भी पूजन अभिषेक के साथ मौजूद हजारों भक्तों ने नर्मदाजी में दीपदान किया। रात्रि में नर्मदा के जल में मंचों के रोशनी की प्रतिबंध के साथ श्रद्धालुओं द्वारा छोडे गए दीप आकर्षक दिखाई दे रहे थे।
पूजन अभिषेक के पश्चात ओंकार पर्वत माला एवं नर्मदातट की अन्य पहाडिय़ों पर बिछाई गई काकडी आरती को प्रज्वलित करने के साथ मां नर्मदा की महाआरती प्रारंभ हुई। इस दौरान अनेक स्थानों से आतिशबाजी भी की गई। जिसका जमकर हजारों भक्तों ने आनंद लिया।
इसके पश्चात महाप्रसाद का वितरण हुआ। जय मां नर्मदा युवा संगठन की ओर से जेपी चौक एवं डेरेश्वर मंदिर पर भजन संध्या का आयोजन भी हुआ।