कानपुर। सिटी के आरटीआई एक्टिविस्ट ने चीफ मेट्रोपॉलिटन मैजिस्ट्रेट कोर्ट (सीएमएम) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।
शिकायतकर्ता संदीप शुक्ला ने आरोप लगाया है कि 20 मई को पीएम ने साउथ कोरिया में अप्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए भारतीय समाज के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया था। उससे उनकी भावनाओं को ठेस पहुंची है और भारतीय समाज की मानहानि हुई है।
कोर्ट ने अगली सुनवाई के लिए 10 जून की डेट फिक्स की है। शिकायत में कहा गया है कि भारत के निर्वाचित प्रधानमंत्री पूरे देश का प्रतिनिधित्व करते हैं और उनके आधिकारिक बयान को पूरे भारत का बयान माना जाता है।
20 मई को साउथ कोरिया के सियोल में अप्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए उन्होंने भारत और भारतीय समाज के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया।
उन्होंने कहा,‘पहले मुझे और तमाम लोगों को शर्म आती थी कि कैसा देश है यह जहां हम पैदा हो गए जरूर पिछले जन्म में कोई पाप किए होंगे…क्या यार कैसा देश है यह…लेकिन अब गर्व होता है’।
संदीप ने कोर्ट में इस बयान की एक सीडी भी लगाई है। संदीप शुक्ला ने यह भी कहा है कि न्यूज चैनलों पर यह बयान देखकर उसे क्षोभ हुआ। पीएम मोदी ने यह बयान बतौर प्रधानमंत्री दिया है।
इससे पूरे विश्व में भारत के सम्मान को ठेस पहुंची है। मोदी वाराणसी लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं और लोकसेवक की कैटिगरी में आते हैं। इसलिए उन्हें तलब कर दंडित किया जाए।