नई दिल्ली। डीडीसीए के मामले में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मंगलवार को पटियाला हाउस कोर्ट में दिल्ली के मुख्घ्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत आप के पांच नेताओं के खिलाफ मानहानि केस में अपना बयान दर्ज कराया।
आप नेता और सर्वोच्च न्यायालय के वकील एचएस फूलका ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के अन्य नेताओं के खिलाफ वित्त मंत्री अरुण जेटली की ओर से दायर मानहानि के मामले में मंगलवार की सुनवाई में केवल शिकायतकर्ता और उसके गवाहों के बयान दर्ज कराये गये हैं।
वित्त मंत्री जेटली ने न्यायालय में कहा कि सभी छह आरोपियों ने उनके खिलाफ झूठे और उनकी छवि को नुकसान पहुंचाने वाले बयान दिए। उनके ऐसा करने से लोगों में गलत धारणा बनी और उनकी प्रतिष्घ्ठा को बघ्े स्घ्तर पर नुकसान हुआ।
जेटली ने कहा कि आप नेता राघव चड्ढा ने अरविंद केजरीवाल और अन्य लोगों के ट्वीट को री-ट्वीट कर उनकी छवि को नुकसान पहुंचाया है। आप नेताओं ने फेसबुक, ट्विटर और सोशल मीडिया पर छवि खराब की। इस तरह के बयान केजरीवाल के साथ काम कर रहे एक व्घ्यक्ति विशेष के खिलाफ हो रही सीबीआई जांच से ध्यान हटाने के लिए दिए गए।
जेटली ने दावा किया कि दिल्ली जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के अध्यक्ष रहते हुए उन्होंने किसी से एक पैसा नहीं लिया। जेटली ने कहा कि केजरीवाल ने यह झूठ कहा कि बेईमानी से धन निकाला गया और वह इसका लाभार्थी था।
ध्यातव्य रहे कि जेटली ने गत 21 दिसंबर को अरविंद केजरीवाल, संजय सिंह, कुमार विश्वास, दीपक वाजपेयी, राघव चड्ढा और आशुतोष के खिलाफ पाटियाला हाउस कोर्ट में आपराधिक केस दर्ज करवाया था।