नई दिल्ली। आदलत की सख्ती के बाद आखिरकार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल,उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और आप नेता योगेंद्र यादव अदालत में पेश होना पडा।
तीनों को मानहानि के एक मामले में तलब किया गया था । मामले की सुनवाई के बाद अगली सुनवाई की तारीख 2 मई तय की गई है ।
इससे पहले भी केजरीवाल और सिसोदिया ने अपनी व्यवस्तता का हवाला देकर कई बार अदालत में पेश न होने की छूट मांग चुके है। अदालत में इन लोगों की सुबह 10 बजे पेशी हुई लेकिन कोई भी पेश नहीं हुआ।
अदालत ने सख्त रुख अख्तियार करते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया कानून की इज्जत नहीं करते। फिर अदालत ने तीनों को दोपहर 2 बजे पेश होने का आदेश दिया था।
एक फरवरी को हुई सुनवाई के दौरान भी केजरीवाल, सिसोदिया और यादव ने व्यक्तिगत पेशी से छूट की मांग की थी।
केजरीवाल का कहना था कि गृहमंत्री राजनाथ सिंह और दूसरे मंत्रियों से मुलाकात का वक्त तय होने की वजह से वे अदालत नहीं आ पाएंगे। अदालत ने इनकी मांग को स्वीकार करते हुए इन्हें 17 मार्च को हर हाल में पेश होने को कहा था।
दरअसल एक वकील ने इन तीनों पर मानहानि का केस किया था। इस केस की सुनवाई 8 महीने से चल रही है। अदालत में इस केस की सुनवाई थी लेकिन जब ये लोग अदालत नहीं पहुंचे तो अदालत ने सख्त रुख अख्तियार करते हुए आदेश दिया कि 2 बजे तक इन लोगों को हाजिर होना होगा।