नई दिल्ली। मालेगांव विस्फोट के आरोपी लेफ्टिनेंट कर्नल पुरोहित को भारतीय सेना अब सभी जरूरी दस्तावेज मुहैया कराएगी। केंद्र सरकार ने पुरोहित को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से क्लीन चिट मिलने के बाद यह कदम उठाया है।
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने गुरुवार को यहां नौसेना कमांडरों के सम्मेलन से इत्तर बातचीत में कहा कि देश की सुरक्षा से समझौता किए बिना जो भी दस्तावेज लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद पुरोहित द्वारा मांगे जाते हैं वह उन्हें मुहैया कराए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि मामला अदालत में विचाराधीन है। इसलिए, वह इस संबंध में कोई प्रतिक्रिया नहीं देंगे। हालांकि सेना को कर्नल पुरोहित द्वारा मांगे जाने पर दस्तावेज देने को कहा गया है।
एनआईए ने बुधवार को कहा था कि समझौता एक्सप्रेस विस्फोट मामले में लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद पुरोहित कभी आरोपी नहीं थे। विस्फोट की जांच में एजेंसी को पुरोहित के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला है। हालांकि, पुरोहित के खिलाफ मालेगांव विस्फोट मामले में जांच जारी रहेगी।
उल्लेखनीय है कि पुरोहित ने 4 अप्रेल को रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर को पत्र भेजा था। इसमें लिखा था कि समझौता एक्सप्रेस मामले में उनके खिलाफ सबूत नहीं हैं। फिर भी उन्हें जेल में रखा गया है। जबकि उन्हें रिहा किया जाना चाहिए। साथ ही उनका सम्मान, पदवी और वेतन सभी बहाल किए जाने चाहिए।