नई दिल्ली। 18 जनवरी को नजफगढ़ में एक तरफा सनकी ‘आशिक’ की हैवानियत का शिकार हुई लड़की ने सोमवार तड़के अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
वारदात वाले दिन आरोपी ने अपने चचेरे भाई की मदद से घर में घुसकर युवती के ऊपर करीब 20 बार चाकू से ताबड़तोड़ हमला किया था। हमले में लड़की के एक कान को काट कर अलग कर दिया था, इतने पर भी मन नहीं भरा तो उसने लड़की के पेट में नुकीला हथियार घोंपकर एक किडनी बाहर निकाल दी थी।
अधमरी हालत में लड़की को उसके परिवार वालों ने अस्पताल भर्ती कराया। जहां एक किडनी होने की वजह से डॉक्टरों ने सावधानी बरतते हुए कई ऑपरेशन किए ताकि उसकी जान को बचाया जा सके लेकिन 12 वें दिन लड़की की मौत हो गई।
सोमवार सुबह लड़की ने सफदरजंग अस्पताल में आखिरी सांस ली। इस बीच लड़की के शव को एंबुलेंस के जरिए घर पहुंचाया, मगर गमगीन परिजनों और गुस्साई पब्लिक ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और परिवार की सुरक्षा की मांग करते हुए शव को उतरने नहीं दिया।
सैकड़ों की संख्या में मौजूद लोगों ने रोड को जाम कर दिया। भारी पुलिस बल तैनात किया गया। परिवार को समझाने की कोशिश की जाती रही। इस हैरतअंगेज वारदात के आरोपी नजफगढ़ के रोशनपुरा निवासी अमित (25) व बसंत (19) को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है।
शादीशुदा मुख्य आरोपी अमित के पिता दिल्ली पुलिस में एएसआई हैं। दिवंगत पी़ड़िता (20) परिवार के साथ नजफगढ़ स्थित धर्मपुरा में रहती थी। लड़की के भाई का दोस्त होने की वजह से आरोपी अमित का परिवार में आना जाना था। लड़की प्ले स्कूल में टीचर थी।
आरोपी कई बार छेड़छाड़ कर चुका था। जिसके बाद उसके घर आने पर प्रतिबंध लगा दिया था। 18 जनवरी को लड़की घर में अकेली थी, तभी आरोपी अमित अपने भाई बसंत के साथ आया उस वक्त लड़की किचन में थी। अमित ने चाकू निकालकर उस पर ताबड़तोड़ वार किए थे।