नई दिल्ली। दिल्ली व राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में हवा की गुणवत्ता में सोमवार को अचानक गिरावट आई और यह ‘पुअर’ से ‘वेरी पुअर’ हो गई। अधिकारियों ने इसके संभावित कारणों में पड़ोसी राज्यों में पुआल जलाने में वृद्धि को बताया है।
तापमान में गिरावट आने और पंजाब व हरियाणा से आने वाली उत्तर पश्चिमी हवाओं की गति में कमी आने से राष्ट्रीय राजधानी व आसपास के इलाकों में लोगों के कुछ और दिनों तक विषाक्त हवा में सांस लेने की संभावना है। हरित अदालत के आदेश के बावजूद पंजाब व हरियाणा में बीते तीन दिनों में पुआल जलाने में वृद्धि हुई है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के सदस्य सचिव ए. सुधाकर ने कहा कि पुआल जलाने के कारण क्षेत्र में प्रदूषण के स्तर में वृद्धि होने की संभावना है।
राष्ट्रीय वैमानिकी एवं अंतरिक्ष प्रशासन के उपग्रह चित्रों में सोमवार को हरियाणा व पंजाब के अमृतसर, तरन तारन, फिरोजपुर, फाजिल्का, मुक्तसर, भटिंडा, मोगा व कपूरथला जिलों में बीते दो दिनों में पुआल जलाने में वृद्धि को दिखाया गया है।
सुधाकर ने कहा कि दिल्ली की औसत हवा की गुणवत्ता कई कारणों से ‘पुअर’ से ‘वेरी पुअर’ के बीच कुछ दिनों तक बनी रहेगी।