दिल्ली। दिल्ली की 70 विधानसभाओं के लिए शनिवार को बिना किसी व्यवधान के मतदान संपन्न हो गया। इसी के दिन-रात प्रचार में दम लगाने वाले उम्मीदवारों का भाग्य भी ईवीएम में बंद हो गया । इस बार कुल 67.08 प्रतिशत मतदान हुआ जबकि पिछली बार यह आंकडा 65.6 प्रतिशत रहा था। । इस बार कुल 67.08 प्रतिशत मतदान हुआ जबकि पिछली बार यह आंकडा 65.6 प्रतिशत रहा था ।
इस बार सर्वाधिक मतदान उत्तरपूर्व जिले में 69.87 प्रतिशत रहा जबकि सबसे कम मतदान 64 प्रतिशत उत्तर—पश्चिम जिले में रहा । यदि विधानसभा क्षेत्र की बात की जाये तो सर्वाधिक मतदान 72.21 प्रतिशत के साथ सीलमपुर सर्वाधिक मतदान प्रतिशत वाला विधानसभा क्षेत्र रहा।
विधानसभा चुनाव 2015 में कुल एक करोड़ 33 लाख 14 हजार 215 मतदाता एवं 673 उम्मीदवार मैदान में रहे । इनमें से दो लाख 27 हजार 316 युवा मतदाता है जो पहली बार मतदान करेंगे । ये सभी 18 से 19 साल के युवा रहे। इनका नाम पहली बार मतदाता सूची में जोड़ा गया है ।
चुनाव आयोग ने शांतिपूर्ण और भयरहित मतदान के लिए सुरक्षा के चाक-चौंबद प्रबंध किए थे । मतदान केन्द्रों पर तीन स्तरीय सुरक्षा घेरा तैनात किया गया जिनमें पहले सुरक्षा घेरे में सशस्त्र बल,दूसरे घेरे में राज्य कर सशस्त्र बल एवं तीसरे घेरे में पुलिस को तैनात किया गया।
इस बार 673 उम्मीदवारों में 63 महिला उम्मीदवार भी शामिल रही । इनमें 198 उम्मीदवार निर्दलीय है । इस बार आप, बसपा और कांग्रेस ने 70 और भाजपा ने 69 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे जबकि एनसीपी ने नौ, सीपीआई ने पांच सीपीएम ने तीन, प्रत्याशी उतारे ।
विधानसभा में करीब 65 हजार सुरक्षाकर्मियों एवं मतदानकर्मियों की तैनाती की गई थी । चुनाव आयोग ने 11763 मतदान केंद्रों की स्थापना की है । 6 बजे तक चले मतदान के बाद ईवीएम को कडे सुरक्षा बंदोबस्त के बीच तय मतगणना केन्द्रों में रखा गया । इन मतों की गणना 10 फरवरी को होगी और दोपहर तक दिल्ली की राजनीति तस्वीर भी साफ हो जाएगी ।
यदि किसी एक विधानसभा सीट पर सर्वाधिक प्रत्याशियों की संख्या की बात की जाये तो मटिया महल सीट पर 17 प्रत्याशी मैदान में है । जबकि सबसे कम प्रत्याशी अम्बेडकर नगर विधानसभा में है जहां 4 प्रत्याशी मैदान में हैं ।
यदि जिलेवार प्रत्याशियों की बात करें तो उत्तर पश्चिम जिल में 71,उत्तर पूर्व में 71, दक्षिण में 67,मध्य जिले में 79, दक्षिण पश्चिम जिले में 86,पूर्व में 66,पश्चिम में 75, उत्तर जिले में 89 तथा नई दिल्ली जिले में 70 उम्मीदवार है ।
यदि विभिन्न राजनैतिक दलों में महिला उम्मीदवारों की बात करें तो 2013 की तुलना में इस बार के चुनावों में कम महिलाओं को मैदान में उतारा । केवल आप पार्टी ने ही 6 महिलाओं ने टिकट दिया । इस बार के चुनावों में भाजपा ने केवल 5 महिला प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है ।
इनमें रजनी अब्बी,रेखा गुप्ता, कृष्णा तीरथ, नुपुर शर्मा और सरिता चौधरी शामिल है। जबकि 2013 में हुए चुनावों में पार्टी की तरफ से 8 महिलाएं चुनावी मैदान में थी। इसी प्रकार कांग्रेस ने रीता, ए मीनाक्षी चंदेला, किरण वालिया,शर्मिठा मुखर्जी समेत पांच महिलाओं को मैदान में उतारा है। जबकि 2013 में 6 महिलाएं मैदान में थी। निर्दलीय प्रत्याशियों में भी 17 महिलाएं शामिल हैं।
सबकी निगाह रहेगी। यहां से कांग्रेस सरकार में पूर्व मंत्री राजकुमार चौहान और आप की राखी बिडला के बीच मुकाबला है। गांधी नगर सीट भी कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठा की सीट बनी हुई है। कांग्रेस अध्यक्ष अरविन्दर सिंह लवली ने अपने स्थान पर सुरेन्द्र शर्मा को उम्मीदवार बनाया है। वहीं लक्ष्मी नगर से डा एके वालिया,पटपडगंज से मनीष सिसोदिया के सीट पर दिल्ली की जनता की निगाह रहेगी।