नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की दो दिन पहले चोरी हुई कार शनिवार सुबह उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के मोहन नगर से बरामद कर ली गई है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने कार बरामद कर ली और दिल्ली पुलिस को इसकी सूचना दी। दिल्ली पुलिस ने अभी तक वाहन को अपने कब्जे में नहीं लिया है।
चोरी के आरोप में अभी किसी को भी नहीं पकड़ा गया है। पुलिस को उम्मीद है कि सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपियों की पहचान हो जाएगी।
आम अदमी पार्टी के नाम पर रजिस्टर्ड नीले रंग की वैगनआर कार का इस्तेमाल पहले केजरीवाल करते थे। सीएम बनने के बाद भी केजरीवाल ने कुछ दिन इसका इस्तेमाल किया था। कार एक तरह से केजरीवाल के लिए लकी मस्कट बन गई। केजरीवाल जब सीएम के तौर पर सरकारी गाड़ी में चलने लगे, तो उन्होंने ये कार पार्टी के हवाले कर दी। फिलहाल इस कार का इस्तेमाल पार्टी की मीडिया समन्वयक वंदना सिंह कर रही थीं।
गुरुवार को दिल्ली सचिवालय के गेट नंबर 3 के बाहर से कार चोरी होने की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। पार्टी के एक समर्थक ने केजरीवाल को यह कार उपहार में दी थी।
मुख्यमंत्री ने गुरुवार को कार चोरी होने के बाद उसे ‘मेरी कार’ कहते हुए और शहर में कानून और व्यवस्था की खराब स्थिति के लिए उपराज्यपाल अनिल बैजल की आलोचना की थी।
यह नीली वेगनआर कार काफी खास है। केजरीवाल इसी कार पर सवार होकर पहली बार शपथ लेने के लिए रामलीला मैदान गए थे। केजरीवाल की कार की तलाश में पुलिस ने दिल्ली एनसीआर तक में गहन चेकिंग अभियान चला रखा था।
हर वैगन आर कार की जांच हो रही थी। हालांकि पुलिस को पहले शक था कि कार मेरठ पहुंच गई है, मेरठ के बाजार में बड़ी तादाद में एनसीआर से चोरी होने वाली गाड़ियों के पुर्जे अलग किए जाते हैं।