नई दिल्ली। दिल्ली सरकार के 21 संसदीय सचिवों के पद को ‘लाभ के पद’ के दायरे से बाहर रखने से संबंधित विधेयक को राष्ट्रपति द्वारा नामंज़ूर किए जाने पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है।
उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री न ख़ुद काम करेंगे और ना ही किसी दूसरे को ही करने देंगे। सभी 21 विधायक मंगलवार को चुनाव आयोग जाएंगे। वहीं राष्ट्रपति के फैसले के खिलाफ आप पार्टी सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी में भी है।
फिलहाल राष्ट्रपति की नामंजूरी के बाद 21 विधायकों की सदस्यता पर ही संशय बना हुआ है। अगर सदस्यता जाती है दिल्ली में इन सीटों पर उपचुनाव होगा। केजरीवाल ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री मोदी दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी को काम नहीं करने दे रहे हैं।
केजरीवाल ने इसके पीछे की वजह दिल्ली में भाजपा की हार को बताया। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी दिल्ली में भाजपा की हार को पचा नहीं पा रहे हैं। केजरीवाल कहा कि मोदी जी सोनिया गांधी पर आरोप लगाते हैं कि वो संसद नहीं चलने दे रही हैं क्योंकि उनको हार नहीं पच रही है। मैं मोदी जी से कहना चाहता हूं कि आप दिल्ली सरकार को काम करने नहीं दे रहे हैं क्योंकि आपको दिल्ली की हार नहीं पच रही है।
दरअसल दिल्ली की सरकार ने पिछले साल 13 मार्च को 21 विधायकों को संसदीय सचिव नियुक्त किया था। अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को ट्विट पर चुनौती देते हुए कहा कि ‘सिर्फ दिल्ली ही क्यों, लगभग हर राज्य में संसदीय सचिव नियुक्त किए गए हैं, उन्हें भी हटाना चाहिए।
हरियाणा में संसदीय सचिव हैं, नगालैंड में तो 24 हैं जबकि हिमाचल में 6, राजस्थान में 5, पंजाब में 24, गुजरात में 4, बंगाल और पुडुचेरी में भी हैं। पंजाब में तो एक-एक संसदीय सचिव को एक लाख रूपए तनख्वाह मिलती है, गाड़ी मिलती है और बंगला भी मिलता है।
केजरीवाल ने दावा किया कि दिल्ली सरकार अपने संसदीय सचिवों को एक पैसा भी नहीं देती है मगर फिर भी वो रात दिन काम करते रहते हैं। वहीं बिल को मंजूरी न मिलने के बाद आम आदमी पार्टी की आपात बैठक हुई। बैठक में बिल को राष्ट्रपति की मंजूरी न मिलने के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया गया।
इधर, ये सभी 21 विधायक मंगलवार को चुनाव आयोग जाएंगे। वहीं राष्ट्रपति के फैसले के खिलाफ आप पार्टी सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी में भी है। इस मामले पर मंगलवार को आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने प्रेस वार्ता करके कहा कि क्या मोदी जी बताएंगे कि मुकेश शर्मा को शीला जी ने कैसे संसदीय सचिव बनाया था?
केजरीवाल से इतनी दुश्मनी क्यों मोदी जी? संजय सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार केजरीवाल सरकार की राह में रोड़ा अटका रही है। मोदी सरकार का नारा है, ना काम करूंगा और ना करने दूंगा। दिल्ली सरकार के 17 बिलों को केंद्र सरकार ने पास नहीं होने दिया। केंद्र ने इस बिल को नामंजूर कर राष्ट्रपति के पास भेजा था। उन्होंने सवाल किया कि देशभर में संसदीय सचिव बनाना वैध है तो दिल्ली में क्यों नहीं?