नई दिल्ली। दिल्ली मंत्रिमंडल ने शुक्रवार को मेट्रो फेज 4 को अंतिम मंजूरी दे दी। इस फेज में अगले 6 साल में कुल 50 हजार करोड़ की लागत से कुल 79 स्टेशनों का निर्माण होगा।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर कहा कि दिल्ली सरकार ने मेट्रो के फेज़ -4 को मंजूरी दी। इसके तहत 6 नए रूट पर 103 किमी की मेट्रो लाइन बिछेगी और मेट्रो में 8.5 लाख यात्री जुड़ेंगे।
फेज 4 के तहत कुल 103 किलोमीटर लम्बी लाइन बनाई जानी है जिसमें 67 किलोमीटर एलिवेटेड है। 6 रूट को कवर करने वाले इस फेज को 72 महीने में पूरा किए जाने की योजना है। हर महीने दिल्ली कैबिनेट को इसकी प्रोग्रेस रिपोर्ट दी जाएगी।
इस फेज में रिठाला- बवाना- नरेला, जनकपुरी पश्चिम से आर के आश्रम, मुकुंदपुर से मौजपुर, इंद्रलोक से इन्द्रपस्थ, ऐरो सिटी तुलकबाद और लाजपत नगर से साकेत जी ब्लाक तक मेट्रो निर्माण होगा।
अनुमान है कि 2021 तक मेट्रो में 8.5 लाख पैसेंजर बढ़ेंगे। रिठाला-बवाना-नरेला कॉरिडोर की लंबाई 21.73 किमी रहेगी, जिसमें कुल 16 एलिवेटेड स्टेशन रहेंगे। इसका खर्च 7836 करोड़ रुपये आएगा।
जनकपुरी वेस्ट से रामकृष्ण आश्रम मार्ग कॉरिडोर की लंबाई 28.92 किमी रहेगी, इसमें 7 अंडरग्राउंड और 18 एलिवेटेड स्टेशन रहेंगे। इसमें 14522 करोड़ की लागत आएगी। मुकुंदपुर से मौजपुर कॉरिडोर की कुल लंबाई 12.54 किमी रहेगी और इसमें 6 एलिवेटेड स्टेशन रहेंगे। इसमें 4476 करोड़ का खर्च आएगा।
इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ कॉरिडोर में सभी 10 स्टेशन अंडरग्राउंड रहेंगे। 12.58 किमी की लंबाई वाले इस कॉरिडोर में 8421 करोड़ का खर्च आएगा। एयरो सिटी से तुगलकाबाद कॉरिडोर की लंबाई 20.20 किमी रहेगी जिसमें 10 अंडरग्राउंड और 5 एलिवेटेड स्टेशन रहेंगे। इसमें 11330 करोड़ का खर्च आएगा।
वहीं लाजपत नगर से साकेत जी ब्लॉक के 7.96 किमी लंबे कॉरिडोर में एक अंडरग्राउंड और 5 एलिवेटेड स्टेशन रहेंगे। इसमें 3018 करोड़ रुपये की लागत आएगी।