नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के अधिकारी मोहम्मद तंजील अहमद की हत्या मामले की जांच एनआईए के साथ-साथ दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम भी करेगी।
दिल्ली सरकार ने तंजील अहमद के परिजन को एक करोड़ रुपए की क्षतिपूर्ति राशि देने का ऐलान किया। अधिकारी दिल्ली में रहते थे इसलिए दिल्ली सरकार उनके परिजन को क्षतिपूर्ति राशि देगी।
उन्होंने कहा कि संबंधित अधिकारियों से बातचीत के बाद वह जल्द ही अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। पोस्टमार्टम के बाद एनआईए अधिकारी तंजील का पार्थिव शरीर दिल्ली में उनके आवास पर लाया गया और देर शाम अंतिम संस्कार कर दिया गया।
जानकारी हो कि पठानकोट आतंकी हमला मामले की जांच कर रहे एनआईए डिप्टी एसपी तंजील अहमद की शनिवार देर रात बिजनौर में दो बाइक सवारों ने अंधाधुंध गोलियां चलाकर हत्या कर दी थी। हालांकि एनआईए ने कहा कि अधिकारी की हत्या का पठानकोट हमले के दौरान जांच टीम से किसी भी तरह का कोई वास्ता नहीं है।
हमले के दौरान अधिकारी तंजील अहमद के साथ उनकी पत्नी फरजाना और दोनों बच्चे थे, जो अपनी भतीजी की शादी समारोह से लौट रहे थे। हमले में डिप्टी एसपी की मौत हो गर्इ जबकि उनकी पत्नी फरजाना गंभीर रूप से घायल हो गर्इं। हमलावरों ने एनआईए अधिकारी को 20-25 गोलियां मारी, पत्नी को 3 गोलियां लगी।
नई दिल्ली में एनआईए महानिरीक्षक संजीव कुमार ने इस हमले को एक सुनियोजित हमला करार दिया। उन्होंने कहा कि अत्यंत बहादुर अधिकारी तंजील अहमद बीती रात एक समारोह में शामिल होने अपने घर गए थे। जब वह समारोह से वापस आ रहे थे तब उन पर सुनियोजित हमला किया गया और उन पर गोली चलाई गई।
कुमार ने कहा कि वह गोलीबारी में मारे गए और उनकी पत्नी घायल हो गईं जिन्हें नोएडा स्थित फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया है। तंजील बीएसएफ में सहायक कमांडेंट थे और एनआईए में प्रतिनियुक्ति पर निरीक्षक थे। हत्या की जांच जारी है।