नोएडा। दिल्ली हाईकोर्ट की पहली महिला न्यायाधीश लीला सेठ का 86 वर्ष की आयु में निधन हो गया। शुक्रवार की रात आखिरी सांसें लेने वाली लीला सेठ ने पांच वर्ष पहले देश में महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसा अपराधों के लिए सख्त कानून तैयार करने में अहम भूमिका अदा की थी।
उनके परिवार के एक सदस्य ने शनिवार को बताया कि लीला सेठ का शुक्रवार की रात करीब 10.30 बजे हृदयगति रुकने से निधन हुआ।
हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय की मुख्य न्यायाधीश रहीं लीला सेठ के परिवार में उनके पति, दो बेटे और एक बेटी हैं। लीला सेठ के बेटों में विक्रम सेठ जाने-माने साहित्यकार हैं।
दिल्ली में 16 दिसंबर, 2012 को हुए जघन्य सामूहिक दुष्कर्म ‘निर्भया कांड’ के बाद महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसा के जघन्य मामलों में अपराध को सख्त बनाए जाने के लिए मौजूदा कानून में संशोधनों के संबंध में सुझाव देने के लिए गठित समिति में भारत के पूर्व प्रधान न्यायाधीश न्यायाधीश जे. एस. वर्मा के साथ लीला सेठ भी सदस्य रहीं।
इसके अलावा लीला सेठ अनेक जांच आयोगों की सदस्य रहीं, जिनमें टेलीविजन धारावाहिक ‘शक्तिमान’ से बच्चों पर पड़ने वाले प्रभाव का अध्ययन करने के लिए गठित आयोग भी शामिल है।