नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली के सिविल लाइन इलाके में हुए हिट एन्ड रन केस में दिल्ली पुलिस ने नाबालिग आरोपी के पिता को भी गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के मुताबिक उन्होंने नाबालिग बेटे को मर्सिडीज चलाने से नहीं रोका, जो आपराधिक कृत्य है। इसके लिए पुलिस ने नाबालिग पर दर्ज लापरवाही से मौत की धारा को हटाकर अब गंभीर धारा में गैर-इरादतन हत्या का केस दर्ज कर लिया है।
जानकारी हो कि गत सोमवार रात को एक मर्सिडीज कार ने 32 साल के कंसल्टेंट सिद्धार्थ शर्मा को कुचल डाला था, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी।
नॉर्थ दिल्ली के डीसीपी मधुर वर्मा ने बताया कि कि इस मामले में नाबालिग का पिता मनोज अग्रवाल भी दोषी हैं क्योंकि उन्होंने अपने नाबालिग बेटे को मर्सिडीज चलाने से नहीं रोका, जो आपराधिक कृत्य है।
उन्होंने बताया कि जांच में यह बात भी सामने आई है कि नाबालिग आरोपी इससे पूर्व भी एक दुर्घटना कर चुका है। जांच रिपोर्ट में पता चला है कि इसी नाबालिग ने गत फरवरी महीने में मर्सिडीज कार से मौरिस नगर इलाके में सड़क हादसा किया था। इस बाबत पीड़ित ने शिकायत भी दी थी, लेकिन बाद में समझौता हो गया था।
पुलिस की कार्रवाई के बाद मृतक सिद्धार्थ के माता-पिता सहित बहन ने कहा है कि अगर नाबालिग गाड़ी नहीं चला रहा होता तो उसके भाई की जान बच जाती। शुक्रवार को मृतक युवक सिद्धार्थ शर्मा की बहन शिल्पा मित्तल ने पुलिस मुख्यालय में पुलिस आयुक्त से मिलकर शिकायत की थी।
उन्होंने पुलिस को कहा था कि नाबालिग आरोपी के साथ उसका पिता भी दोषी है। बाद में मीडिया ने भी पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाया था। बढ़ते विवादों के बीच उत्तरी जिला पुलिस हरकत में आई और नाबालिग आरोपी के पिता मनोज अग्रवाल को गिरफ्तार किया।