नई दिल्ली। फर्जी डिग्री मामले में कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर की गिरफ्तारी को भाजपा ने दिल्ली की लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए काला दिन करार दिया है।
पार्टी का कहना है कि इस घटना के लिए स्वयं मुख्यमंत्री केजरीवाल जिम्मेदार हैं। भाजपा ने केजरीवाल से मांग की है कि तोमर को तत्काल सरकार से बर्खास्त करें और राखी बिडलान और कमांडो सुरेन्द्र सरीखे अन्य दागी विधायकों के खिलाफ भी कार्रवाई करें।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने मंगलवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा तोमर की डिग्री को फर्जी बताए जाने के बाद भी केजरीवाल इस मामले पर आंखें बंद कर बैठे रहे।
स्वयं को सही ठहराने की केजीरवाल की पुरानी प्रवृति है, इसी के चलते उन्होंने तोमर के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाया।
उपाध्याय ने केजरीवाल द्वारा दिल्ली में विशेष राजनीतिक व्यवस्था खड़ी करने पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी के मंत्री और विधायकों के भ्रष्टाचार और फर्जी डिग्री के मामले में एक के बाद एक नाम आ रहे हैं। क्या केजरीवाल इसी विशेष व्यवस्था की बात करते थे। क्या यही आप सरकार का मॉडल है।
भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) में संयुक्त आयुक्त मुकेश मीणा की नियुक्ति पर दिल्ली सरकार द्वारा जतायी जा रही आपत्ति पर उपाध्याय ने कहा कि एसीबी नियुक्ति मामले में दिल्ली सरकार के मंत्रियों की भाषा से अधिकारियों का मनोबल घट रहा है।
उन्होंने कहा कि असल में मीणा की नियुक्ति से उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया स्वयं डर गए हैं क्योंकि ये वही अधिकारी हैं जिन्होंने दबावों से उपर उठ कर जंतर-मंतर पर केजरीवाल की रैली में किसान को आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया था।
उन्होंने कहा कि सिसोदिया ने अभी तक मृतक किसान के परिजनों के आरोपों का जवाब नहीं दिया है।