रांची/जमशेदपुर। दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने अलकायदा से जुड़े होने के आरोप में जमशेदपुर के धतकीडीह निवासी अब्दुल सामी को हरियाणा से गिरफ्तार किया है।
इसकी गिरफ्तारी के बाद जमशेदपुर फिर आंतकियों के पनाहगाह के रुप में सामने आया है। यहां पहले भी आइएम, सिमी, बांग्लादेशी आतंकी संगठन और अन्य प्रतिबंधित आंतकी संगठनों से कई युवको के तार जुड़े पाए गए हैं।
सामी के बारे मे बताया जाता है कि वह हाल ही के दिनों में उड़ीसा से गिरफ्तार कटकी के सहयोगी की भूमिका निभा रहा था। बताया जाता है कि कटकी के कहने पर ही सामी ने आतंकी ट्रेनिंग ली थी फिलहाल पुलिस को झाऱखंड से कुछ और लोगो की तलाश है।
4 जनवरी तक सामी था जमशेदपुर में : एसएसपी
अब्दुल सामी की गिरफ्तारी को जमशेदपुर पुलिस ने काफी गंभीरता से लिया है। इस मामले में एसएसपी अनुप टी मैथ्यु ने बताया कि कि दिल्ली और झारखंड पुलिस का छापा एक सप्ताह पहले जमशेदपुर के कई ठिकानों पर पड़ा था। दिल्ली की टीम जमशेदपुर आई थी और उन सभी युवकों की तलाश कर रही थी, जिनके नाम कटकी ने लिए थे। लेकिन अब्दुल सामी को जैसे ही जानकारी हुई तो वह य़हां से 3-4 जनवरी को फऱार हो गया। उन्होंने कहा कि एटीएस टीम को जिला पुलिस पूरा सहयोग कर रही है। इसके अलावे जिला पुलिस उड़ीसा पुलिस से भी संर्पक मे है।
पिता ने बताया निर्दाेष
पकडे गए अब्दुल सामी के पिता अब्दुल सत्तार ने बताया कि उसका तीन बेटे है दो बेटे व्यवसाय करते हैं। अब्दुल सामी को साजिश के तहत फंसाया गया है। उन्होंने कहा कि मेरा बेटा करीम सिटी कॉलेज मे द्वितीय वर्ष का छात्र है। मेरा बेटा सात-आठ लोगो के साथ 10 दिन पहले यहां से जमात के लिए ऩिकला था। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि मेरा बेटा इस प्रकार का काम कर सकता है। वह कॉलेज समय से आना जाना करता था।
आज अचानक उसके पिता को दिल्ली से एक अधिवक्ता का फोन आया जिसमें कहा गया की आपके बेटे को गिरफ्तार किया गया है और इसकी पुष्टि उन्होंने टीवी पर आ रही अब्दुल के फोटो देखने के बाद की। उन्होंने बताया की उनके बेटे का पासपोर्ट तक नहीं बना है और उसे बेवजह फंसाया जा रहा है।