नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस आयुक्त भीमसैन बस्सी ने कहा है कि चांदनी चौक से आम आदमी पार्टी की विधायक अलका लाम्बा के खिलाफ किसी के परिसर में जबरन घुसने के मामले में प्राथमिकी दर्ज की जाएगी।
बस्सी ने कहा कि लाम्बा के रविवार को निगम बोध घाट के पास स्थित हनुमान मंदिर की दुकानों में अपने समर्थकों के साथ जबरन घुसने और वहां समान फेंकने का एक सीसीटीवी फुटेज के सामने आया है जिसके बाद उनके खिलाफ किसी के परिसर में जबरन घुसने का मामला दर्ज किया जाएगा।
गौरतलब है कि इससे पहले लाम्बा ने टवीट कर कहा था कि वह हनुमान मंदिर क्षेत्र में अपने नशा मुक्ति अभियान के तहत गईं थी और उन्हें किसी ने पत्थर मारा था। इस सिलसिले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार भी किया गया था किन्तु शाम को एक फुटेज के सामने आने के बाद मामले ने अलग रंग ले लिया।
भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस ने सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि अराजकता का माहौल छोड़कर दिल्ली सरकार को लोगों की भलाई के लिए काम करना चाहिए।
भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने कहा कि आप के विधायक सत्ता के नशे में चूर हैं और कानून अपने हाथ में लेकर लोगों में दहशत का माहौल पैदा करने की कोशिश रहे हैं जिसे भाजपा कतई बर्दाश्त नहीं करेगी।
उन्होंने कहा कि रविवार की घटना के मामले में पुलिस को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। लाम्बा ने कानून अपने हाथ में लिया और अपने समर्थकों को भड़काकर दुकानों में तोडफ़ोड़ कराई। दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता बिजेन्द्र गुप्ता ने घटना की भत्र्सना करते हुए कहा कि चुना हुआ प्रतिनिधि इस प्रकार का आतंक फैलाने यह बहुत शर्म की बात है।
उन्होंने मुख्यमंत्री से इस पूरे मामले को राजनीतिक रंग देने के लिए माफी मांगने की मांग की और कहा कि भाजपा के नेता पुलिस आयुक्त से मिलकर पार्टी के कार्यकर्ताओं और विधायकों के साथ आप पार्टी द्वारा किए जा रहे दुव्र्यवहार की शिकायत पुलिस आयुक्त से कर दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग करेंगे।
विश्वासनगर से भाजपा के विधायक ओम प्रकाश शर्मा ने लाम्बा पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि वह ‘नशे की आदी’ हैं। उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में चेतावनी दी कि लाम्बा फिर ऐसी हरकत करने की कोशिश न करें अन्यथा उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। लाम्बा ने जिन दुकानों में तोडफ़ोड़ की थी उनमें से एक शर्मा के संबंधी की बताई जाती है। शर्मा ने कहा कि विधानसभा में केजरीवाल सरकार के खिलाफ आवाज उठाने के बदले में उनके घर पर आप पार्टी के कार्यकर्ताओं धावा बोला।
उन्होंने कहा कि सदन में भाजपा विधायकों को बोलने नहीं दिया जाता और सरकार उन्हें दबाने की कोशिश कर रही है लेकिन वह शांत बैठने वाले नहीं हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि आप के कार्यकर्ता ‘हफ्तावसूली’ में लग गए हैं और इसी के तहत वह कानून को अपने हाथ में लेकर लोगों में भय और दहशत फैला रहे हैं। दिल्ली कांग्रेस की प्रवक्ता रागिनी नायक ने रविवार की घटना की निंदा करते हुए कहा कि केजरीवाल सहानुभूति बटारने का नाटक करते हैं और केवल दूसरों पर दोषारोपण करते हैं।
उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि केजरीवाल को रविवार की घटना पर यदि दिल्ली पुलिस पर भरोसा नहीं है तो वह न्यायिक जांच में बहुत भरोसा करते हैं इसे करवाकर सच्चाई की पता लगा लें। नायक ने कहा कि आप पार्टी सरकार द्वारा दिल्ली में केवल अराजकता का माहौल और विवाद पैदा किया जा रहा है जिसे बंद किया जाना चाहिए। केजरीवाल सरकार को राजनीति बंद कर दिल्ली के लोगों की भलाई और विकास के लिए काम करने पर ध्यान देना चाहिए।