नई दिल्ली। जनपथ स्थित एक रेस्टोरेंट में गरीब और मैले कुचैले लिबास पहने बच्चों को खाना देने से इनकार करने के मामले में तथ्यान्वेषी जांच रिपोर्ट में ऐसा किए जाने की पुष्टि की गई है।
मामला 11 जून का है। उस दिन एक महिला गरीब बच्चों को खाना खिलाने शिव सागर रेस्टोरेंट जनपथ में खाना खिलाने ले गई थी। जहां कथित तौर पर रेस्टोरेंट के स्टॉफ और प्रबंधन ने बच्चों को खाना देने से इनकार कर दिया। मीडिया में इसपर आई खबरों का संज्ञान लेते हुए उपमुख्यमंत्री ने उप-जिला मजिस्ट्रेट को पड़ताल करने को कहा।
अपनी रिपोर्ट में उप-जिला मजिस्ट्रेट ने खुलासा किया कि पैसे देने के लिए तैयार होने के बावजूद भी गरीब बच्चों को खाना नहीं दिया गया। इस तरह का व्यवहार सामाजिक-आर्थिक आधार पर भेदभाव पूर्ण है। यह मूल अधिकारों और मानवाधिकारों के खिलाफ है।
वहीं उप- मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मामले को उपनिवेशवाद के दौर जैसा बताते हुए मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं।