नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस की 68वीं परेड में तीन सालों के अंतराल के बाद दिल्ली की झांकी प्रस्तुत की गई। शिक्षा को समर्पित इस झांकी को पेश किया मॉडल सरकारी स्कूल ने।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल भी गणतंत्र दिवस की परेड देखने के लिए राजपथ पर पहुंचे। साथ में उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल भी थीं। वैसे केजरीवाल चुपचाप बैठकर परेड देख रहे थे, लेकिन जैसे ही दिल्ली की झांकी आई, उन्होंने उठकर तालियां बजाकर झांकी निकालने वालों का उत्साह बढ़ाया।
राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड देखने के लिए दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन भी पहुंचे। दिल्ली की झांकी में दिखाया गया कि किस तरह दिल्ली के सरकारी स्कूलों को आदर्श स्कूल बनाकर बच्चों का भविष्य संवारा जा सकता है।
इसमें मॉडल स्कूल परियोजना, अभिभावक-शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम, अभिभावक शिक्षक बैठक, कौशल विकास कार्यक्रम जैसी पहल शामिल है। इसकी पृष्ठभूमि में प्रसिद्ध जंतर मंतर को भी पेश किया गया।
दिल्ली की झांकी में सर्वोदय कन्या विद्यालय, सेंट्रल स्कूल, पीतमपुरा (दिल्ली) 162 स्टूडेंट्स ने तिरंगे और वीरों की दास्तां को डांस रूप में पेश किया। दिल्ली के माउंट आबू स्कूल के 147 बच्चों ने असम शैली का डांस पेश किया।
दिल्ली की 150 स्टूडेंट्स की डांस प्रस्तुति में केंद्रीय विद्यालय, पीतमपुरा के छात्रों ने तिरंगा नृत्य पेश कर देशभक्ति का समां बांध दिया। दिल्ली के सर्वोदय कन्या विद्यालय की क्षात्राओं ने अपने गुलाबी हरे परिधान के साथ मोहक गीत पेश किया।