नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में 15 अप्रेल से शुरू होने वाली सम-विषम योजना के दूसरे चरण में सेना के सेवानिवृत्त अधिकारी उल्लंघन करने वालों के चालान काटेंगे। हालांकि ट्रैफिक पुलिस भी पहले की तरह नियमों का उल्लंघन करने वालों के चालान काटेगी।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरूवार को बताया कि योजना के पहले चरण में एसडीएम एवं तहसील दारों की डयूटी लगाए जाने से उनके कार्यालयों में काम प्रभावित हुआ था। इसीलिए सरकार ने इस बार सम-विषम योजना में इनकी डयूटी न लगाने का निर्णय किया है। इसके लिए सेवा निवृत्त 500 सैन्य अधिकारियों की डयूटी लगाई जाएगी।
15 अप्रेल से पहले इन अधिकारियों को आवश्यक ट्रेनिंग दी जाएगी। इस काम के लिए ट्रैफिक पुलिस के अलावा परिवहन विभाग की 250 टीमें भी मौके पर तैनात की जाएगी। इस काम में होम गार्ड्स के जवान तथा सिविल डिफेंस वालंटियर भी सहयोग करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि योजना के दूसरे चरण में परिवहन व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिए इस बार स्कूल बसों को इसमें शामिल नही किया जाएगा। कॉन्ट्रेक्ट कैरिज पर चलने वाली 5,500 बसों को पर्यावरण बस सेवा के तहत चलाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि सरकार की कोशिश है कि सार्वजनिक परिवहन प्रणाली को जल्द से जल्द बेहतर किया जाए। इसके लिए आगामी दिसंबर तक तीन हजार बसें दिल्ली की सडकों पर चलने लगेंगी। मई तक एक हजार बसे डीटीसी के बेडे में शामिल हो जाएंगी।
टू-व्हीलर को सम-विषम योजना के दायरे में रखने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी दिल्ली की सार्वजनिक परिवहन प्रणाली मजबूत नहीं है। इसीलिए सरकार इस योजना के दूसरे चरण में भी टू-व्हीलर को शामिल नहीं करेगी।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में लगभग 40 लाख लोग टू-व्हीलर का इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में टू-व्हीलर को इस योजना में शामिल करने से 40 लाख लोगों का बोझ मेट्रो एवं डीटीसी पर आ जाएगा।
केजरीवाल ने कहा कि आप सरकार इस योजना को दोबारा शुरू करने के लिए दिल्ली के 92 प्रतिशत लोगों की सहमति का सम्मान करती है। इसीलिए सरकार हर हाल में इस योजना को दोबारा लागू करेगी।
उन्होंने कहा कि योजना से जुडे कुछ अन्य नियमों की जल्द ही घोषणा की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार दिल्ली की सार्वजनिक परिवहन प्रणाली को बेहतर बनाने के साथ-साथ राजधानी के इन्फ्रास्ट्रक्चर को भी विश्वस्तरीय बनाने का प्रयास कर रही है।
इस दिशा में जल्द डबल डेकर रोड एवं फलाइओवर बनाए जाएंगे। दो मंजिला रोड के एक फ्लोर पर केवल बसें तथा दूसरे फ्लोर पर कारें ही चलेंगी। इससे ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात मिलेगी।