नई दिल्ली। दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड(DIAL) के मुताबिक दिल्ली का मशहूर सेंटूर होटल जल्द इतिहास बन जाएगा। इस होटल को बने महज 35 वर्ष हुए हैं, इसे 1982 के एशियन गेम्स के दौरान बनाया गया था।
यह होटल एयरपोर्ट से सटा हुआ है, ऐसे में आईजीआई एयरपोर्ट के विस्तार कार्यक्रम के तहत इसे तोड़ा जाएगा। विस्तार का काम 2019 में किया जाएगा, तब उस जगह की जरूरत पड़ेगी जहां सेंटूर होटल स्थित है।
डायल के मुताबिक टर्मिनल 3 के विस्तार के तहत एयरपोर्ट को पार्किंग बेड़ों की जरूरत पड़ेगी, जिसे पूरा करने के लिए सेंटूर होटल को तोड़ा जाएगा।
एयरपोर्ट के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सेंटूर होटल वाली साइट की जरूरत रनवे बनाने के लिए नहीं बल्कि अतिरिक्त पार्किंग बेड़े बनाए जाने के लिए पड़ेगी। खूबसूरत सेंटूर होटल का संचालन एयर इंडिया करती है। इसमें 376 कमरे हैं और बेहद खूबसूरत इंटीरियर।
इन दिनों अच्छे रखरखाव के अभाव में होटल पीला-सा पड़ गया है, प्राइम लोकेशन पर होने के बावजूद लोग दिल्ली और गुड़गांव के अन्य होटलों में जाना पसंद कर रहे हैं। एयर इंडिया सेंटूर की साइट की जगह कहीं और 4,608 एकड़ की जमीन की मांग कर सकती है।
परिसर में टर्मिनल 2 पर स्थित 1982 का एक और स्ट्रक्चर, जिसे टर्मिनल 4 के लिए 2020 में तोड़े जाने की योजना थी, टाली जा सकती है। फिलहाल इंडिगो, स्पाइसजेट और गोएयर जैसे घरेलू विमानों के अराइवल और डिपार्चर के लिए टर्मिनल 1 का इस्तेमाल होता है।
इन तीनों एयरलाइन्स का ट्रैफिक टर्मिनल 1 की क्षमता से ज्यादा है और डायल ट्रैफिक को कम करने के लिए तीनों लो कॉस्ट कैरियर्स(एलसीसी) से बात कर कुछ को टर्मिनल 2 पर शिफ्ट करने की बात कर रहा है।
अधिकारी ने बताया कि कुछ एलसीसी टर्मिनल 2 पर शिफ्ट होने के लिए तैयार हैं। उनकी शर्त है कि वे 2017 की शुरुआत में शिफ्ट हो जाएं और 2020 में वापस टर्मिनल 1 पर आ जाएं, जब टर्मिनल 2 की तोड़फोड़ का काम हो रहा हो।