नई दिल्ली। जहांगीरपुरी स्थित बाबू जगजीवन राम अस्पताल में डॉक्टरों की लापरवाही से एक बच्चे की मौत हो गई। घटना के वक्त प्रसूता बाथरूम के लिए गई थी। जहां उसकी डिलीवरी हो गई। सूचना के बाद डॉक्टर काफी देर से पहुंचे।
डॉक्टरों ने तुरंत बच्चे को आईसीयू में भर्ती किया। जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया है। वहीं डॉक्टरों का कहना है कि परिजनों के आरोप बेबुनियाद है। पुलिस ने बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए सुरक्षित रखवा दिया।
फिलहाल पुलिस केस दर्ज कर मामले की जांच कर रही है। पुलिस के अनुसार रानी (बदला हुआ नाम) (32) परिवार के साथ स्वरूप नगर में रहती है। परिजनों ने उसे डिलीवरी पेन के चलते बृहस्पतिवार सुबह 6 बजे बाबू जगजीवन राम अस्पताल में भर्ती कराया था।
महिला दोपहर में बाथरूम में गई। जहां उसकी डिलेवरी हो गई। जिसकी सूचना के बाद डॉक्टरों ने बच्चे को बाथरूम से लाकर उसको आईसीयू में भर्ती किया और इलाज शुरू किया। 1.20 पर बच्ची की इलाज के दौरान मौत हो गई।
परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों ने वार्ड से सबको बाहर निकाल दिया था। जिसके चलते पीड़िता अकेले बाथरूम में गई। जिससे बच्चे की मौत हुई। वहीं अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि परिजनों की बातों में कोई सच्चाई नहीं है। महिला के साथ उसकी सास गई थी।
पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने मामले में बताया कि अस्पताल में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है।
इसके अलावा बच्चे के पोस्टमार्टम के बाद ही उसकी मौत के कारणों का सही पता चल पाएगा। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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