नई दिल्ली। नोटबंदी की मियाद खत्म होते ही देश की अग्रणी वाहन निर्माता कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा ने बताया कि उसके पैसेंजर वाहन की बिक्री में 4 फीसदी की कमी देखी गई।
लेकिन साथ ही नोटबंदी के दिनों में ही कंपनी के कमर्शियल वाहन बिक्री में 14% की बढ़त दर्ज की महिंद्रा एंड महिंद्रा के दिसम्बर, 2016 के सेल्स के आंकड़े चौकाने वाले हैं। कंपनी के पैसेंजर व्हिकल सेगमेंट में बिक्री में कमी देखी गई, लेकिन कमर्शियल वाहन बिक्री बढ़ी।
दिसम्बर, 2015 के मुकाबले कंपनी के यात्री वाहन बिक्री 38 हजार वाहन के कम होकर 36 हजार वाहन रही। वहीं कंपनी का वाहन निर्यात 33 फीसदी कम हुआ। कंपनी की स्कॉर्पियो, जाइलो, बोलेरो और वेरिटो की बिक्री नोटबंदी की अवधि में पिछले साल के मुकाबले कम हुई।
पिछले साल के मुकाबले इस साल इन वाहनों की बिक्री में 8 फीसदी कमी देखी गई। वहीं महिंद्रा के कमर्शियल वाहन बिक्री में नोटबंदी के दौरान 14 फीसदी की बढ़त रही।
दिसम्बर 2015 में जहां 14 हजार से ज्यादा वाहन बिके थे, वहीं दिसम्बर, 2016 में साढ़े बारह हजार से भी कम वाहनों की बिक्री हुई।