बांदा। उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में केंद्र और राज्य सरकार की एंबुलेंस सेवा का कोई मतलब नहीं रह गया है। रेलवे पटरी से बरामद एक व्यक्ति के शव को पोस्टमॉर्टम हाउस तक ले जाने के लिए सरकारी एंबुलेंस नहीं उपलब्ध कराई गई, तो उसके परिजन शव को रिक्शे में लाद कर ले गए।
घटना शनिवार की है, रामआसरे (44) नामक व्यक्ति का शव राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने बांदा रेलवे स्टेशन से कुछ दूर रेलवे पटरी से बरामद किया था।
पंचनामा भरे जाने के बाद मृतक के परिजन सरकारी एंबुलेंस सेवा से उसके शव को पोस्टमार्टम हाउस तक ले जाना चाह रहे थे, लेकिन मौके पर उपलब्ध नहीं हो पाई। अलबत्ता, उसके परिजन रिक्शा से शव लेकर पोस्टमार्टम हाउस गए।
रिक्शा से शव ले जाने की तस्वीर सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी हरकत में आए और स्वास्थ्य विभाग के कुछ अधिकारी एक एंबुलेंस लेकर पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। बाद में इसी एंबुलेंस से मृतक का शव दाह संस्कार के लिए ले जाया गया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. संतोष कुमार ने रविवार को कहा कि मृतक के परिजनों ने एंबुलेंस की मांग की सूचना विभाग को नहीं दी थी, बाद में पोस्टमार्टम हाउस एंबुलेंस पहुंचाई गई है।
उधर, जिलाधिकारी महेंद्र बहादुर सिंह ने मामले को गंभीरता से लिया है, उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जांच कराई जाएगी और दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।