पटना। एक ओर जहां बिहार के अस्पतालों में चिकित्सकों की कमी है, वहीं स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के आवास पर चार चिकित्सकों की तैनाती किए जाने पर राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल ने स्वास्थ्य मंत्री और सरकार पर निशाना साधा है।
राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने शनिवार को कहा कि राज्य के अस्पतालों में चिकित्सकों की कमी है और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री के आवास पर चार सरकारी चिकित्सकों को ‘शिफ्ट’ में तैनाती की गई है। उन्होंने सवालिया लहजे में पूछा कि आखिर स्वास्थ्य मंत्री को कौन-सी बीमारी हो गई है कि चार चिकित्सकों की तैनाती की गई है।
इधर, पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने भी ट्विटर पर स्वास्थ्य मंत्री के आवास पर चिकित्सकों की तैनाती पर तंज कसा है। उन्होंने ट्वीट किया कि नीतीश जी का हजारों करोड़ रुपए का सृजन महिला घोटाला उजागर होने के बाद स्वास्थ्य मंत्री की हालत इतनी बिगड़ गई कि घर पर चार-चार चिकित्सकों की तैनाती कर ली।
स्वास्थ्य मंत्री पांडेय ने स्वीकार किया कि उनके आवास पर दो अगस्त से आठ अगस्त तक चार चिकित्सकों की प्रतिनियुक्ति की गई थी। उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि मैं जब स्वास्थ्य मंत्री का पद संभाला तो जहां-तहां से लोग इलाज के लिए सीधे आवास आते थे और मेरे कार्यालय पर आकर ठहरते थे। इसके अलावा मैं नया था और कई चीजों को समझने की जरूरत भी थी। यही कारण है कि कुछ दिनों के लिए चिकित्सकों की प्रतिनियुक्ति की गई थी।
उन्होंने बताया कि सभी चिकित्सकों को वापस लौटा दिया गया है। उल्लेखनीय है कि इसके पहले बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव के आवास पर एक स्पताह के लिए तीन चिकित्सकों और दो पुरुष नर्सो की एक टीम की प्रतिनियुक्ति की गई थी। उस समय भाजपा ने सरकार पर जमकर निशाना साधा था।