चंडीगढ़। रेप केस में दोषी डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को कोर्ट ने 10 साल की सजा सुनाई है। रोहतक के पास सुनारिया जेल में विशेष अदालत ने यह सजा सुनाई।
रोहतक के पास सुनारिया की जेल में डेरा प्रमुख को सजा सुनाने के लिए विशेष अदालत लगाई गई। इसी जेल में डेरा प्रमुख को रखा गया है। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की विशेष अदालत के न्यायाधीश जगदीप सिंह ने शुक्रवार को डेरा प्रमुख को दुष्कर्म का दोषी ठहराया था।
सजा सुनाए जाने से पहले दोनों पक्षों को अपना-अपना पक्ष में दलील देने के लिए 10-10 मिनट का समय दिया गया। इस दौरान गुरमीत राम रहीम भी कोर्ट में मौजूद रहा और उसकी आंखों से आंसू टपकते रहे। वह रहम की अपील करता रहा। सजा सुनाए जाने के दौरान डेरा प्रेमियों ने सिरसा के फुल्का गांव में दो वाहनों में आग लगाई। इसकी सूचना भी कोर्ट को दी गई।
सुनरिया जेल में डेरा प्रमुख की सजा पर सुनवाई के दौरान बाबा के वकीलों ने बचाव पक्ष में कहा कि डेरा प्रमुख सामाजिक सरोकारों से जुड़े रहे हैं। डेरा प्रमुख के वकील एसके नरवाना ने कहा कि बाबा ने कई समाज सेवा के काम किए हैं इसलिए उन्हें कम से कम सजा दी जाए। उन्होंने बताया कि बाबा ने 133 समाज सेवा के काम किए हैं। वे नरमी के हकदार हैं। उन्होंने डेरा प्रमुख की जेल बदलने की भी मांग की।
वहीं सीबीआई के वकीलों ने कहा कि वकील ने कहा कि अब कोई संशय नहीं है। साध्वियों का यौन शोषण किया गया है। भावनाओं का दोहन किया है डेरा प्रमुख है। उसे मिलने वाली सजा कम है। सीबीआई वकीलों ने डेरा प्रमुख के लिए उम्रकैद की सजा मांगी।
अर्धसैनिकबलों और हरियाणा पुलिस सहित सुरक्षाबलों ने जिला जेल परिसर को चारों ओर से घेर लिया है। सेना को भी अलर्ट पर रखा गया है। जेल परिसर के 10 किलोमीटर तक के दायरे में किसी को भी आने-जाने की इजाजत नहीं है।
हरियाणा पुलिस के महानिदेशक (डीसीपी) बी.एस.संधू ने कहा कि हम किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। सेना को भी मुस्तैद किया गया है।
हरियाणा और पंजाब में सोमवार को सुरक्षाबलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। हरियाणा के सिरसा में कर्फ्यू लगा है, जो आज भी रहेगा।