सबगुरु न्यूज। इस वर्ष दीपावली के बाद आने वाली देवउठनी एकादशी के बाद मांगलिक कार्य शुरू नहीं हो सकेंगे। इतना ही नहीं गुरु व शुक्र अस्त होने के कारण शेष वर्ष में विवाह आदि मांगलिक कार्यों के लिए लोगों को केवल बीस दिन ही मिलेंगे। इस वर्ष लंबे समय तक शादियां रुकी रहेंगी।
पंडित दिनेश दास ने बताया कि ऐसा इसलिए होगा, क्योंकि ज्योतिष गणनाओं में सूर्य का वृश्चिक राशि में प्रवेश 15 नवम्बर को होता है। सूर्य के वृश्चिक राशि में प्रवेश के साथ ही शादी-विवाह शुरू हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि विवाह मुहूर्त 19 नवम्बर से शुरू होंगे।
हिंदू पंचांग और ग्रह नक्षत्रों की गणना के अनुसार आमतौर पर शादियों का सीजन देवउठनी एकादशी के बाद शुरू हो जाता है, लेकिन इस बार अधिक मास होने के कारण शादियों का सीजन देरी से शुरू होगा। पंडित ने बताया कि वर दूल्हे के लिए सूर्य बल व कन्या के लिए गुरू बल और दोनों के लिए चंद्र बल देखकर ही शादी की तिथि निकाली जाती है।