सिरोही। पत्रकार वार्ता में जब गोपालन मंत्री ओटाराम देवासी को सीसीटीवी खरीद की अनियमितता में जब उनकी भूमिका होने के आरोपों की चर्चा के बारे में बताया गया तो उन्होंने इन आरोपों को सिरे से नकारते हुए तुरंत ही जिला कलक्टर को फोन करके इस मामले में पेमेंट रुकवाकर इसकी जांच करने को कहा तथा इसकी जांच रिपोर्ट 27 नवम्बर तक देने के निर्देश दिए।
देवासी ने नगर परिषद चुनावों से पूर्व भाजपा की तैयारियों, रणनीति और नगर परिषद में आने के बाद सिरोही के लिए भाजपा के विजन के बारे में प्रेसवार्ता आयोजित की थी। देवासी ने कहा कि भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन भाजपा की प्राथमिकता होगी। इस पर पत्रकारों ने सीसीटीवी कैमरा लगने के मामले हुई अनियमितता में प्रशासनिक अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की चुप्पी को जब दोनों की घोटाले में मिली भगत होने की चर्चा के बारे में बताया तो देवासी ने इन आरोपों को नकारा। उन्होने कहा कि इस पूरी खरीद प्रक्रिया में उनका कोई लेना देना नहीं है।
उन्होंने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि इस प्रक्रिया के दौरान वह यहां नहीं थे और आचार संहिता लगने के कारण व्यवस्तता की वजह से इस पर ध्यान नहीं दे पाए। उन्होंने तुरंत ही जिला कलक्टर वी. सरवन को इस प्रकरण की जांच के आदेश देते हुए सीसीटीवी के पेमेंट को रुकवाने को कहा। उन्होंने जिला कलक्टर से 27 नवम्बर तक इस मामले की पूरी जांच करने को कहा।
‘कलेक्टर साहब ये सीसीटीवी कैमरे को मामले में क्या सुन रहा हूं। मैने सुना है कि सीसीटीवी खरीद के मामले में थोड़ी अनियमितताएं हुई है। आप इस मामले की पूरी जांच करें और एडीएम ने क्या जांच की उस बारे में बताएं। तब तक इसका भुगतान रोका जाए। पूरे शहर में इसको लेकर माहोल खराब हो रहा है, लोग मुझे पूछ रहे हैं।’
तीन साल और लगेंगे नर्मदा को सिरोही पहुंचने में
पत्रकार वार्ता के दौरान एक सवाल के जवाब में भाजपा जिलाध्यक्ष लुम्बाराम चौधरी ने कहा कि पिछले 11 महीने में हमने सर्वे करवाया। उन्होंने बताया कि अभी इसका पानी में आने में तीन साल और लगेंगे।
पैसा देकर पोस्टिंग की जानकारी पर सहमे
राज्यमंत्री ओटाराम देवासी को जब यह बताया गया कि आयुक्त पैसे देकर यहां पर पोस्टिंग लेने की बात कहते फिर रहे हैं तो पहले वह सहम गए। फिर उन्होंने कहा कि इस तरह की कोई जानकारी उन्हें नहीं है और आयुक्त ऐसा कह रहे हैं तो वह भ्रमित कर रहे हैं। देवासी को जब यह बताया कि आयुक्त पर उनका और बाली के एक और मंत्री की वरदहस्ती होने की बातें करते हुए दबाव बनाने की जानकारी दी तो उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है, मैं या किसी भी मंत्री का किसी तरह को संरक्षण नहीं है।