नई दिल्ली। जालोर-सिरोही सांसद देवजी पटेल ने 16वीं लोकसभा के दौरान सिरोही जिला मुख्यालय पर केन्द्रीय विद्यालय प्रारंभ करने का मुद्दा उठाया।
सांसद पटेल ने बताया कि सिरोही जिला साक्षरता एवं शिक्षा के क्षेत्र में अत्यन्त पिछड़ा हुआ हैं। आंकड़ांे के अनुसार सिरोही जिले की 10 लाख 36 हजार 346 आबादी में से लगभग 5 लाख 34 हजार 364 लोगों ने कभी भी औपचारिक या अनौपचारिक शिक्षा ग्रहण नहीं की हैं। ग्रामीण क्षेत्र में 57.28 और शहरी क्षेत्र में 28.94 प्रतिशत लोग कभी शैक्षणिक संस्थान में नहीं गए। आश्चर्य यह है कि कुल अशिक्षित आबादी में से अधिक संख्या महिलाओं की है तथा वर्ष 2011-12 की जनगणना के अनुसार जिले में महिलाओं की साक्षरता दर मात्र 37 प्रतिशत हैं।
सांसद पटेल ने बताया कि सिरोही जिले की 14 प्रतिशत जनसंख्या 10 वर्ष से कम आयु की है। 1 से 8 वर्ष के छात्रांे की कुल जनसंख्या लगभग एक लाख 72 हजार 520 है। इसमें से अधिकतर छात्रों को शिक्षा के लिए निजी विद्यालय के शरण में जाना पड़ता है। यहां ग्रामीण क्षेत्र में स्कूलों की बहुत कमी हैं तथा काॅलेज भी गिने चुने हैं। जिले के अनेक गरीब छात्र अंग्रेजी माध्यम के शिक्षा से वंचित रह जाते हैं। विद्यार्थियों के साथ-साथ अभिभावकां, शिक्षाविदों एवं जनप्रतिनिधि सिरेाही जिला मुख्यालय पर केंद्रीय विद्यालय की आवश्यकता महसूस कर रहे हैं। जिससे गरीब और ग्रामीण क्षेत्र के मेघावी छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके।