रानीवाङा। देवासी दर्पण सम्मेलन को लेकर श्रीश्री 1008 श्री रतनभारतीजी महाराज के हाथों आमंत्रण पत्रिका का विमोचन कराया गया। रानीवाडा के प्राचीन आपेशवर महादेव व गलरामजी मंदिर में प्रति भेंट कर सम्मेलन की तैयारियों की औपचारिक तौर पर शुरुआत की गई।
देवासी दर्पण के संपादक जामताराम आल ने बताया कि देवासी दर्पण के सम्मेलन को अभी कुछ दिन शेष हैं तथा कार्यक्रम की तैयारियां चल रही हैं। सम्मेलन के प्रति लोगों में उत्साह है। प्रवासी बंधुओं के आने का सिलसिला शुरू हो गया है।
वहीं पत्रिका वितरण को लेकर रविवार दोपहर रानीवाडा में समिति की बैठक हुई, जिसमें समिति सदस्य, कर्मचारी वर्ग, व्यापारी वर्ग, बुद्धिजीवी वर्ग सहित समाज के वर्तमान एवं पूर्व जनप्रतिनिधि ने भी भाग लिया। आमंत्रण पत्रिका समाज के हर घर-घर पहुंचे इसको लेकर व्यवस्था बनाई गई।
बम्बई, सूरत, बंगलोर, अहमदाबाद, नैलूर, दिल्ली, जोधपुर, बाडमेर, पाली, सिरोही आदि क्षेत्रों में भी पत्रिका भेजी गई। पेम्पलेट का ले-आऊट भी सोमवार शाम तक प्रकाशित हो जाएगा इसके बाद 10 मई को तहसील स्तर की बैठक रखी गई है। इस बैठक में गांव वार जिम्मेदारी सौंप कर कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में आने व प्रचार की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
देवासी दर्पण का यह तृतीय सम्मेलन कुछ हटकर, कुछ बदलकर होगा, इस बार दर्पण सम्मेलन में समाज में शिक्षा, एकता और उल्लेखनीय कार्य करने वालो को “समाज रत्न” के नाम से सम्मानित किया जाएगा।
दर्पण ने इस बार ऐसे सज्जनों को सम्मानित किया जाएगा जिसने समाज के लिए बहुत कुछ प्रयास किया है, लेकिन किसी सामाजिक समारोह में उनको तरजीह नहीं दी गई है। ऐसे में दर्पण ने इस बार उनको सम्मान कर एक नया सफर अख्तियार किया गया है।