जालोर। रानीवाङा क्षैत्र के गांग गांव में देवासी दर्पण सेवा संस्थान राजस्थान के द्वारा आयोजित तीन दिवसीय राज्य स्तरीय क्रिकेट प्रतियोगिता व प्रतिभावान सम्मान आयोजित हुआ।
देवासी दर्पण के संपादक जामताराम आल ने बताया कि जब भाड़का को “समाज रत्न” प्रदान किया गया। इस यादगार मौके पर करीब बीस हजार समाज बंधु मौजूद थे। समाज के कोने-कोने से पधारी समाज की प्रतिभाओं का इस अवसर पर आना अपने आप में इस बात का प्रमाण था कि रेबारी समाज निरंतर प्रगति की ओर अग्रसर हो रहा है। हर तरफ लाल पाग या यूं कहें कि गांग गांव रेबारीमय हो गया था।
यह अदभूत नजारा देवासी दर्पण के तृतीय सम्मेलन के दौरान नजर आया। इस ऐतिहासिक सम्मेलन में राजस्थान व गुजरात राज्य के देवासी बंधुओ का संगम हुआ था। ऐसे में हर कोई सामाजिक, सांस्कृतिक धरोहर को निहारने में मशगूल था।
मंच पर कोई समाज को एकजुट होने की बात कर रहा था, कोई शिक्षा की अलख जगाने की नसीहत दे रहा था, तो कोई सहयोग की भावना से कार्य करने की सलाह दे रहे थे। खैर ये सम्मेलनों की सामान्य सी बातें है, जो आम सम्मेलनों में होती आ रही है।
देवासी दर्पण ने इस बार नया अध्याय शुरू किया है यानी समाज में विकास कैसे हो? शिक्षा का ग्राफ कैसे बढ़े? संगठन के क्या मायने है? आदि बातों को हकीकत में बदलने के लिए सांचोर के निकटतम केसूरी गांव के किशनलाल भाड़का पेमपलेट के जरिए गांव-गांव घूमकर उपरोक्त बातों से अवगत करवाते रहे है।
बड़े ही विचारणीय बात तो यह है कि भाड़का करीब 80 साल के हुए होंगे, इनकी नजरो में हजारों सामाजिक समारोह भी हुए होंगे, ये जनाब वहां गए भी होंगे। लेकिन भाड़का को वो सम्मान नहीं मिला जो उनके सम्मान का हक बनता था।
समारोह में संत भी आए होंगे और सफेदपोश भी, सनद रहे कि दर्पण ने तीन सम्मेलन करवाए है, लेकिन ऐसे कई महानुभावों को तरजीह दी गई। दर्पण के तीसरे सम्मेलन में जहां भाड़का का नाम “समाज रत्न” की सूची में आया तो समाज को भी दर्पण की हकीकत बयां हुई, तो “भाड़का साहब” भी मन ही मन मुस्करा रहे थे।
देवासी समाज में उल्लेखनीय कार्य करवे वालो देवासी दर्पण सेवा संस्थान के बैनर तले देवासी के राजस्थान लोक दिशा के संपादक उम्मेदसिंह रबारी, निंबाराम देवासी, गौविंदभाई रबारी, हिराकाका कच्छ, हरचंद देवासी को समाज रत्न से सम्मानित किया गया।