सूरत। विमानन मंत्रालय की जांच टीम के साथ बातचीत में तय हुआ कि एअरपोर्ट सेफ्टी एक्शन प्लान बनाया जाएगा। इस प्लान पर अमल के लिए डीजीसीए धनराशि मुहैया कराएगा।
एअरपोर्ट सेफ्टी एक्शन प्लान तैयार करने के लिए जिला कलक्टर को अधिकृत किया गया है। कलक्टर प्रशासन पूरे क्षेत्र का सर्वे कर डिटेल्ड सर्वे रिपोर्ट तैयार करेगा, जिसके आधार पर एक्शन प्लान बनाया जाएगा। इसमें तबेलों को हटाने, झींगा तालाब हटाने और आस-पास आई आबादी के विस्थापन समेत एअरपोर्ट की सुरक्षा संबंधी अन्य जरूरतों पर ध्यान दिया जाएगा। एक्शन प्लान में इस कवायद पर होने वाले खर्च का आकलन भी शामिल होगा।
कलक्टर इस एक्शन प्लान को नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) को सौंपेगा। एक्शन प्लान का अध्ययन कर डीजीसीए ग्रांट मुहैया कराएगी। इसी राशि से एक्शन प्लान पर अमल कराया जाएगा। बोर्ड सदस्य ऑपरेशन ने कलक्टर को यह एक्शन प्लान जल्द तैयार करने के लिए कहा है। साथ ही एअरपोर्ट प्रशासन को भी ताकीद की कि एक्शन प्लान के लिए तकनीकी मदद और अन्य जानकारियां कलक्टर प्रशासन को दी जाएं।
कलक्टर ने बताया कि गवियर और आस-पास के इलाकों में १९ तबेले हैं जिन्हें स्थानांतरित किया जाना है। इसके अलावा झींगा तालाबों का सर्वे होना है। साथ ही एअरपोर्ट परिसर के आस-पास की आबादी का भी सर्वे कर उनके विस्थापन की जगह तलाशनी होगी।
हिदायतें देकर लौटी मंत्रालय की टीम
विमानन मंत्रालय की टीम स्थानीय प्रशासन को हिदायतें देकर सोमवार को वापस लौट गई। उधर, एअरपोर्ट परिसर में जानवरों को खोजने का सिलसिला बदस्तूर जारी रहा।
रन-वे पर गुरुवार को स्पाइस जेट के विमान से भैंस टकराने के बाद हाईप्रोफाइल हुआ सूरत हवाई हवाईअड्डा सोमवार को भी विभागीय गतिविधियों का केंद्र रहा। विमानन मंत्रालय की टीम ने सोमवार को भी एअरपोर्ट की खामियों पर चर्चा की और उनके उपाय खोजें।
सूत्रों की मानें तो हवाईअड्डा परिसर में बैठकों और फील्ड सर्वे के दौरान मंत्रालय से उच्चाधिकार प्राप्त जांच समिति ने एअरपोर्ट प्रशासन के लंबित मामलों पर सीधे दिल्ली बात की और उनकी स्वीकृति में आ रही अड़चनों पर चर्चा की। जिसके बाद एअरपोर्ट परिसरमें चारों ओर जर्जर बाउंड्रीवॉल बनाने और उसकी ऊंचाई बढ़ाने समेत एअरपोर्ट सुरक्षा से जुड़े दूसरे मामलों पर जल्दी ही सकारात्मक असर देखने को मिल सकता है।
कहीं जालियां टूटीं तो कहीं सिर्फ झाडिय़ां
सूत्रों की मानें तो जांच टीम ने इस बात पर हैरत जताई कि एअरपोर्ट परिसर को कॉर्डन करने के दौरान करीब ३३० रनिंग मीटर रास्ते पर फैंसिंग और दीवार टूटी हुई है। इसके अलावा एक लंबे रास्ते पर पुरानी दीवार एक ओर झुकी हुई है जो कभी भी गिर सकती है। इसके अलावा करीब तीन सौ रनिंग मीटर पर तो सिर्फ झाडिय़ां ही हैं।
तीसरे दिन भी चला सर्च अभियान
सोमवार को भी एअरपोर्ट परिसर में दिनभर गहमा-गहमी रही। एअरपोर्ट परिसर में मौजूद जानवरों को खोजने के लिए शनिवार को शुरू हुआ सर्च अभियान अंधेरे के कारण रविवार को रोक दिया गया था। जानवरों को खोजने और उनकी धरपकड़ का काम सोमवार सुबह फिर शुरू हो गया। जानकारी के मुताबिक दिनभर में करीब आधा दर्जन भैंसें और कुत्तों को पकड़ा गया।
अभी और आ सकती हैं टीमें
स्पाइस जेट एअरक्राफ्ट से गुरुवार को भैंस के टकराने के बाद से अब तक विमानन मंत्रालय की दो टीमें सूरत आ चुकी हैं। यह सिलसिला अभी थमने का नाम नहीं ले रहा है। सूत्रों की मानें तो आने वाले दिनों में मंत्रालय या एविएशन विभाग से और टीमें भी सूरत आ सकती हैं। पूर्व में आई दोनों टीमों ने जहां अव्यवस्थाओं पर एअरपोर्ट प्रशासन को आड़े हाथों लिया है, स्थानीय अधिकारियों की ओर से किए गए पत्राचार पर सचिवालय और निदेशालय में बैठे संबंधित अधिकारियों के साथ भी पूछताछ की है। माना जा रहा है कि एअरपोर्ट
अधिकारियों के लिए पूरा सप्ताह तनावभरा ही रहने वाला है। मंगलवार को भी उच्चाधिकार प्राप्त एक और टीम के आने की संभावना जताई जा रही है।