नई दिल्ली। नागर विमान महानिदेशालय ने गुरुवार को घोषणा की कि व्हाट्सएप मामले में पायलटों द्वारा माफी मांगने के बाद उसने पुलिस में इनके खिलाफ की गई शिकायत वापस ले ली है।
पायलटों द्वारा व्हाट्सएप पर अधिकारियों के खिलाफ अभद्र टिप्पणियों को लेकर इस सप्ताह की शुरुआत में डीजीसीए ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी।
डीजीसीए ने यहां एक बयान में कहा कि डीजीसीए के अधिकारियों के खिलाफ सोशल मीडिया पर अभद्र टिप्पणियों को लेकर नियामक ने कुछ पायलटों के खिलाफ छह जून को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। इसी बीच, संबंधित एयरलाइंस तथा मामले में शामिल पायलटों ने मुद्दे पर खेद जताया।
बयान के मुताबिक संबंधित कुछ पायलटों के माता-पिता ने डीजीसीए से मुलाकात की और मामले के एक ऐसे समाधान का अनुरोध किया, जिसका पायलटों के करियर पर प्रतिकूल प्रभाव न पड़े।
संबंधित एयरलाइंस ने भी मुद्दे पर एसओपी (स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर) अपानने की सूचना दी और इस संबंध में अपने कर्मियों को उनकी गलती का अहसास कराया। इसके बाद इस संबंध में दर्ज की गई शिकायत डीजीसीए ने वापस ले ली।
दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को कहा था कि डीजीसीए ने 34 पायलटों के खिलाफ शिकायत की है, जिनमें से 13 को आरोपों की सच्चाई की पुष्टि के लिए समन किया गया है।
अतिरिक्त उप पुलिस आयुक्त चिन्मय बिस्वाल ने कहा था कि हमें डीजीसीए की तरफ से शिकायत मिली है और हम मामले की जांच कर रहे हैं। अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
जेट एयरवेज, इंडिगो, स्पाइसजेट तथा गो एयर जैसी एयरलाइंस के 13 पायलटों को पूछताछ के बाद जाने दिया गया था। सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) विशेषज्ञों द्वारा जांच के लिए हालांकि उनके मोबाइल फोन जब्त कर लिए गए।