नई दिल्ली। बांग्लादेश की राजधानी ढाका के एक लोकप्रिय रेस्तरां पर हुए आतंकी हमले में मारी गई भारतीय लड़की तारिषि जैन के शरीर पर कई जगह चोट के निशान पाए गए हैं। जिसको देखकर माना जा रहा है कि मारने से पहले उसे प्रताड़ित किया गया था। तारिषि का पार्थिव शरीर सोमवार को भारत लाया जाएगा।
19 साल की तारिषि सहित करीब 40 लोगों को आतंकियों ने बंधक बना लिया था। उसका परिवार रविवार को ढाका के लिए रवाना हो गया है। तारिषि आतंकी हमले के दौरान कैफे में फंस गईं थीं। वो इफ्तार के बाद अपने दो दोस्तों अंबिता कबीर और फराज हुसैन के साथ कैफे गईं थीं।
तारिषि छुट्टियां मनाने बांग्लादेश गई हुई थीं। उन्होंने हाल ही में कैलिफोर्निया की बर्कले यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया था। तारिषि के पिता का यहां कपड़े का कारोबार करते है। वह ढाका में करीब 10 साल से रह रहे हैं।
वहीं विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्विटर पर बताया कि यह एक वीभत्स हत्या का मामला है। एक अप्राकृतिक मौत है इसलिए कुछ कानूनी कार्रवाइयों को किया जाना बाकी है। सुषमा स्वराज ने बताया कि तारिषी का शव सोमवार को विमान के जरिए दिल्ली लाया जाएगा।
यह तारिषी के पिता की सहमति से हो रहा है। उसका परिवार फिर तारिषी के शव को उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद ले जाएगा। सुषमा ने कहा कि दुख की इस घड़ी में देश तारिषी के परिवार के साथ है और उनके लिए वीजा की व्यवस्था कर दी गई है।
जानकारी हो कि अल्लाह-हू-अकबर का नारा लगाते हुए शुक्रवार को रेस्तरां में घुसे आतंकियों ने करीब 40 लोगों को बंधक बनाए रखा था। आतंकियों ने बंधकों से आयतें सुनाने को कहा था। उन्होंने आयतें सुनाने वाले 18 लोगों को छोड़ दिया था लेकिन अन्य 20 को आतंकियों ने धारदार हथियारों से मार डाला।