ढाका। बांग्लादेश की राजधानी ढाका के एक रेस्तरां पर हमला करके कई लोगों को बंधक बनाने और फिर उनमें से कुछ की बेरहमी से हत्या करने वाले आतंकी विदेशी नहीं, बल्कि स्थानीय ही थे।
राष्ट्रीय पुलिस प्रमुख शाहिदुल हक ने शनिवार रात को संवाददाताओं को बताया कि हमले करने वाले सातों आतंकवादी स्थानीय नागरिक थे और उनमें से पांच को पहले गिरफ्तार करने की कोशिश की गई थी। ढाका हमले के बाद देश में आज से दो दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है।
बांग्लादेश के पुलिस प्रमुख ने बताया कि जिन सात आतंकवादियों ने रेस्तरां पर हमला किया था, उनमें से पांच आतंकवादियों की सूची में शामिल थे और पुलिस तथा अन्य एजेंसियों ने उन्हें गिरफ्तार करने के लिए कई अभियान चलाए थे।
इस्लामिक आतंकवादियों ने शुक्रवार रात ढाका के राजनयिक क्षेत्र में स्थित इस रेस्तरां पर हमला कर 18 विदेशियों की धारदार हथियारों से निर्मम हत्या कर दी और कई अन्य को बंधक बना लिया था। सुरक्षाबलों ने 6 आतंकवादियों को मार कर एक को गिरफ्तार करके 12 घंटे तक चले बंधक संकट को समाप्त कर दिया था।
कुख्यात आतंकी संगठन आईएस ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है, हालाँकि बांग्लादेश पुलिस ने अभी आईएस के इस दावे की पुष्टि नहीं की है। पुलिस का कहना है कि रेस्तरां पर हमला करने वाले स्थानीय आतंकियों और विदेशी आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट के बीच संभावित संबंधों का पता लगाया जा रहा है।
आईएस ने बांग्लादेश में अभी तक चुन-चुनकर हमले ही किए थे जिनमें उदारवादी ब्लॉगरों, लेखकों और अल्पसंख्यकों को ही निशाना बनाया जाता था। एक साथ इतनी बड़ी संख्या में लोगों को निशाना बनाने का इस्लामिक आतंकवादियों का यह पहला हमला है।
स्थानीय प्रशासन का कहना है कि बांग्लादेशी आतंकवादियों और अंतरराष्ट्रीय जिहादी नेटवर्क के बीच अभी तक किसी तरह के संपर्क का पता नहीं चला है।