सबगुरु न्यूज-सिरोही। बीसूका उपाध्यक्ष दिगम्बर सिंह भी इस बात को भांप गए हैं कि जनता में उनकी योजनाओं को लेकर सकारात्मक रेस्पाॅन्स नहीं हैं। यहां पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होंने बताया कि उन्होंने सिरोही जिले की बीसूका की पहली बैठक के दौरान जिले का परफाॅर्मेंस अच्छा देखा। उन्होंने कहा कि इस पर कलक्टर से पूछा कि इसके बाद भी जनता की तरफ से सकारात्मक या पाॅजीटिव रेस्पाॅन्स क्यों नहीं है।
सिंह ने कहा कि उन्होंने जिला कलक्टर को कहा कि बंद कमरों में बैठकें लेने से सरकार और प्रशासन की ओर से किया जा रहा कार्य जनता तक नहीं पहुंचता। यदि बैठकों में जनप्रतिनिधि मौजूद रहेंगे तो यह लोग सरकार और प्रशासन के कामों को जनता के बीच ले जाएंगे।
सिंह ने कहा कि एक सवाल के जवाब में कहा कि जनप्रतिनिधियों को बैठकों में शामिल करने से जनता में सकारात्मक संदेश जाएगा, लेकिन वह जनप्रतिनिधियों और पार्टी पदाधिकारियों के पार्टी की बैठक और सरकार के कार्यक्रमों में कार्यकर्ता तक नहीं जुटा पाने की स्थिति को नकारते नजर आए। उन्होंने दावा किया कि सरकार के कामों और पार्टी की बैठकों में पर्याप्त संख्या में पदाधिकारी और कार्यकर्ता आते हैं।
सरकार की योजनाओं का लाभ समाज के मध्य वर्ग को नहीं मिलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मध्य वर्ग ही गरीब है। दिगम्बरसिंह ने अपनी सरकार के कार्यों को बताते हुए कहा कि इन तीन सालों में वसुंधरा राजे के नेतृत्व में सरकार ने पूर्ववर्ती गहलोत और पूर्ववर्ती वसुंधरा राजे सरकार से भी बेहतर काम किया है।
कौशल विकास योजना, स्वच्छ भारत अभियान, भामाशाह योजना, मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान जैसी महत्वाकांक्षी और जन हितकारी योजनाओं को लाॅन्च किया। प्रदेशाध्यक्ष की ओर से ११ फरवरी को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के गुरु दक्षिणा कार्यक्रम की तरह ही समर्पण दिवस बनाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह सकारात्मक कदम है। कार्यकर्ता और पदाधिकारी पार्टी के लिए समर्पित हैं, यही पार्टी की रीढ भी हैं।