कोच्चि। सारे सस्पेंस को खत्म करते हुए मलयालम फिल्म इंडस्ट्री की अग्रणी जोड़ी दिलीप और काव्या माधवन शुक्रवार को यहां परिणय सूत्र में बंध गए।
रील लाइफ को रियल लाइफ में उतारकर इस अग्रणी कलाकार जोड़ी ने फिर से सभी के सामने एक नया उदाहरण पेश किया। होटल वेदांता में सुबह साढ़े आठ बजे से 10 बजे तक आयोजित वैवाहिक समारोह में नजदीकी रिश्तेदारों और दोस्तों ने भाग लिया।
दिलीप और काव्या की जोड़ी ने 21 फिल्मों में एकसाथ काम किया और इनमें से अधिकांश बॉक्स ऑफिस पर हिट रहीं। काव्या ने 1991 में कमाल की पुक्कालम वारावायी में बाल कलाकार के रूप में फिल्म इंडस्ट्री में प्रवेश किया था। संयोग से दिलीप उस फिल्म में सहायक निदेशक के बतौर जुड़ा हुआ था।
हालांकि बाद में निर्देशन का काम छोड़कर दिलीप अभिनय के क्षेत्र में कूद पड़े। फिर उसने काव्या के साथ चंद्रनुडीक्कुन्ना दिक्कील फिल्म से लेकर कई फिल्मों में अभिनय किया। इसके बाद इस लकी जोड़ी ने थेंकाशिपत्तनम, डार्लिंग डार्लिंग, रणवे, मीसा माधवन, मिझी रानदम, थिलाकाम और कोच्चि राजावु समेत कई सुपर हिट फिल्मों में अपने अभिनय की छाप छोड़ी।
दुर्भाग्य से दोनों ही कलाकार शादीशुदा थे लेकिन उनका वैवाहिक जीवन सफल नहीं था। फिर दोनों ने अपने-अपने जीवन साथियों से अलग होने का फैसला कर लिया।
काव्या की 2009 में एक बैंक अधिकारी निशाल चंद्रन से शादी हुई लेकिन एक साल के बाद ही उससे तलाक हो गया। दिलीप का विवाह 1998 में तत्कालीन अग्रणी मलयालम अभिनेत्री मंजू वारियर से हुई लेकिन 2014 में दोनों अलग-अलग हो गए। उनकी एक बेटी भी है।
तलाक के बाद काव्या ने पप्पी अप्पाचा में दिलीप के साथ जोड़ी बनाई। फिर पांच वर्षों के अंतराल पर अदुर गोपालकृष्णन निर्देशित पेन्नीयम में यह जोड़ी आखिरी बार पर्दे पर दिखाई दी।