पेशावर। पाकिस्तान के पेशावर में स्थित हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार का पुश्तैनी घर जर्जर हो चुका है और गिरने की कगार पर है। संघीय सरकार ने इमारत को राष्ट्रीय धरोहर घोषित किया हुआ है, इसके बावजूद खैबर पख्तूनख्वा की सरकार ने अब तक इमारत का अधिग्रहण नहीं किया है।
यह इमारत पेशावर के किस्सा ख्वानी बाजार में है। स्थानीय लोगों ने दावा किया कि खैबर पख्तूनख्वा ने अब तक उसके स्वामित्व को लेकर चल रहे विवाद का हल नहीं किया है। इमारत एक भीड़भाड़ वाले इलाके में स्थित है जहां जाने का रास्ता छह फुट चौड़ा और 33 फुट लंबा है जिससे लोगों को वहां जाने में दिक्कतें आती हैं।
स्थानीय लोगों ने दिलीप कुमार का 94वां जन्मदिन मनाते हुए कहा कि घर के मालिक एवं पिछली प्रांतीय सरकार के बीच पैसों के लेन देने को लेकर विवाद चल रहा है। जबकि मौजूदा सरकार ने घर की खरीद के लिए कोई धनराशि मुहैया नहीं करायी है।
पेशावर प्रेस क्लब में मना दिलीप साहब के बर्थडे का जश्न
स्थानीय लोगों ने केक काटकर और अभिनेता के स्वास्थ्य के लिए दुआ कर उनका जन्मदिन मनाया। यह समारोह पेशावर प्रेस क्लब में आयोजित किया गया था जहां अभिनेता के प्रशंसक एवं राजनीतिक कार्यकतार् जमा हुए थे। कल्चरल हेरीटेज काउंसिल नाम के एक गैर सरकारी संगठन ने समारोह का आयोजन किया था। उन्होंने कहा कि घर की हालत बेहद जर्जर है और वह कभी भी गिर सकता है।
स्थानीय लोगों ने कहा कि खैबर पख्तूनख्वा सरकार ने राष्ट्रीय धरोहर घोषित की जा चुकी संपत्तियों की देखभाल के लिए एक अधिनियम पारित किया है। लेकिन उस कानून के तहत अभिनेता के घर का अधिग्रहण नहीं किया गया है।
दिलीप साहब का घर है पाक की राष्ट्रीय धरोहर
दोनों देशों के लोकप्रिय दिलीप कुमार का जन्म 1922 में पेशावर में हुआ था। ट्रैजिडी किंग के नाम से मशहूर 94 साल के अभिनेता को पाकिस्तान ने अपना सवोर्च्च नागरिक सम्मान ‘निशान ए इम्तियाज’ से सम्मानित किया है। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने पिछले साल उनके घर को राष्ट्रीय धरोहर घोषित किया था।