हैदराबाद। एनआईए विशेष कोर्ट ने सोमवार को हैदराबाद के भीड़-भाड़ वाले इलाके दिलसुखनगर में 2013 में हुए ब्लास्ट के पांच आरोपियों के खिलाफ अपना फैसला 13 दिसंबर तक के लिए सुरक्षित रख लिया।
सोमवार को एनआईए ने पांच अपराधी अदालत में पेश किये। इस मामले में असदुल्लाह अख्तर, तहसीन अख्तर, यासीन भटकल, रहमान, एज़ाज़ शेख और रियाज़ भटकल पर केस दर्ज किया गया था। एनआईए के अनुसार रियाज भटकल अभी भी फरार है।
आंध्र प्रदेश की राजधानी हैदराबाद के भीड़-भाड़ वाले इलाके दिलसुखनगर में 21 फरवरी, 2013 को हुए दो भीषण आतंकी बम विस्फोटों में कम से कम 18 लोग मारे गए तथा 119 से अधिक घायल हुए।
इस आतंकवादी घटना में इंडियन मुजाहिदीन एवं लश्कर-ए-तैय्यबा का हाथ माना जा रहा है। 21 फरवरी को हैदराबाद में हुए दोहरे बम विस्फोट की घटना के सिलसिले में इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) के संस्थापक रियाज भटकल और उसके नौ अन्य कार्यकर्ताओं के खिलाफ केस दर्ज किया गया।
एनआईए के अनुसार रियाज भटकल के निर्देश पर ही हैदराबाद में बम धमाके हुए। एनआईए सूत्रों ने बताया कि इस मामले में 157 लोगों ने गवाही दी और कुल 502 दस्तावेजों की जांच की गई।