उदयपुर। राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन में नौकरी का झांसा देकर युवाओं से हजारों रूपए नकद लेकर फर्जी रूप से साक्षात्कार का आयोजन कर सैंकड़ों युवाओं से ठगी करने के मामले में पुलिस के हत्थे चढ़े आठ आरोपियों में से चक्रेश्वरी फाउण्डेशन के संचालक और उसके एक साथी को रिमाण्ड पर प्राप्त किया है। वहीं छह लोगों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार 1 जून 2016 को एक समाचार पत्र में विज्ञापन प्रकाशित करवाया था। जिसमें आरोपियों ने राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य परिजयोना में जिले व तहसील का मेडिकल युनिट केम्प के लिए एएनएम, जीएनएम, प्रयोगशाला सहायक, कार्यक्रम प्रबंधक, क्षेत्रिय कार्यक्रम प्रबंधक, महिला स्वास्थ्य सलाहकार, डाटा एनालिसीस एवं कम्प्यूटर ऑपरेटर व वाहन चालक, सफाई कर्मियों की भर्ती निकाली थी।
इसके लिए आरोपियों ने अभ्यार्थियों को चक्रेश्वरी फाउण्डेशन की साईड पर बासवाडा में तथा डूंगरपुर में 261 पदों की जानकारी दी गई। इसके साथ ही आरोपियों द्वारा साईड पर चल रहे विज्ञापन पर प्रत्येक पद के लिए निर्धारित वेतनमान भी बताया। इस पर कई युवाओं ने आवेदन किया था और ऑन लाईन फार्म भरा।
इसके बाद युवाओं को चयनित करते हुए रविवार को डाकन कोटड़ा स्थित एक चक्रेश्वरी फाउण्डेशन संस्थान के कार्यालय पर इन्टरव्यू लिए जा रहे थे। जिसमें बांसवाड़ा डूंगरपुर क्षेत्र से सैंकड़ों की संख्या में अभ्यार्थी आए थे। इन अभ्यार्थियों से प्रत्येक से 1 हजार 915 रुपए का डीडी मंगवाया था।
साक्षात्कार के दौरान ही युवाओं को शंका हो गई और युवाओं ने पुलिस को सूचना दी। जिस पर थाने से जाब्ता गया और दबिश देकर साक्षात्कार ले रहे कुशलगढ़ निवासी खुशपालसिंह पुत्र नरेन्द्रसिंह राठौड़, बडलिया घाटोल निवासी हरेन्द्रसिंह पुत्र नरेन्द्रसिंह सिसोदिया, देवेन्द्रसिंह पुत्र विक्रमसिंह सिसोदिया, पावल थाना आसपुर निवासी चन्द्रपालसिंह पुत्र छतरसिंह चूण्डावत, बड़लिया तहसील गनोड़ा निवासी नागेन्द्रसिंह पुत्र विक्रमसिंह सिसोदिया, सुजाजी का गुड़ा गढ़ी लोहारिया निवासी राजकुमारसिंह पुत्र करणसिंह चौहान, गढ़ी लौहारिया निवासी विश्वराजसिंह पुत्र कृष्णकान्तसिंह चौहान, शिकारवाड़ी निवासी नागेन्द्रसिंह पुत्र लालसिंह चुण्डावत को गिरफ्तार किया था।
मौके से सैंकड़ों फार्म के साथ-साथ डीडी भी बरामद हुए थे। पूछताछ में आरोपियों को इस तरह की नौकरी के लिए आवश्यक दस्तावेज नहीं मिले थे। इन आरोपियों को सोमवार को पुलिस ने न्यायालय में पेश किया जहां छह आरोपियों को जेल भेज दिया गया। वहीं इस फाण्डेशन के संचालक खुशपालसिंह और नगेन्द्रसिंह को दो दिनों के रिमाण्ड पर प्राप्त किया है।
पुलिस के अनुसार आरोपी खुशपालसिंह वर्तमान में उदियापोल स्थित होटल कार्तिकेय में ठहरा हुआ था। इस पर इस होटल में दबिश दी और वहां पर तलाशी ली तो वहां पर 72 फार्म के साथ-साथ 19 हजार रूपए नकद बरामद किए। आरोपियों से पुलिस पूछताछ कर रही है कि पूर्व में भी इसी तरह आरोपियों ने ठगी तो नहीं की है।