नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी हत्याकांड के सात आरोपियों की सजा माफ करने एवं उन्हें रिहा करने की तमिलनाडु मुख्यमंत्री जयललिता द्वारा मांग करने पर भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने सख्त नाराजगी जताई है।
साथ ही कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री के सातों आरोपी एक अंतरराष्ट्रीय संगठन से जुड़े थे। ऐसी आरोपियों की सजा माफ करने की मांग कर अन्नाद्रमुक प्रमुख स्वयं को देशद्रोही साबित कर रही है।
राजीव गांधी के हत्यारों की सजा माफ करने के जयललिला की मांग पर सख्त नाराजगी जताते हुए भाजपा नेता ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री हत्याकांड के सातों आरोपी लिट्टे जैसे एक अंतरराष्ट्रीय संगठन से जुड़े थे।
यह संगठन शुरु से ही पूर्व प्रधानमंत्री के नीति के विरुद्ध था। इसी कारण इसने राजीव गांधी की हत्या करवा दी। ऐसे आरोपियों को किसी प्रकार से नहीं बख्शा चाहिए। जो भी इन आरोपियों के साथ किसी प्रकार का सहानुभूति रखता, वो देशभक्त नहीं हो सकता। अम्मा ने इन आरोपियों में सहानुभूति रख कर स्वयं को देशद्रोही साबित कर दिया है।
उन्होंने कहा कि इस हत्याकांड में केवल पूर्व प्रधानमंत्री ही मारे गए थे, बल्कि 18 पुलिसकर्मी भी मारे गए थे। लेकिन जयलालिता को इन पुलिसकर्मियों की भी कोई चिंता नहीं है।
उन्होंने मुख्यमंत्री पर स्वार्थी होने का आरोप लगाते हुए कहा कि वो एक ऐसी महिला है, जो केवल अपने बारे में ही सोचती हैं। यह पूरी तरह से देशहित के विरुद्ध है। पहले भी इन आरोपियों की मृत्युदंड की सजा को उम्रकैद में बदला जा चुका है।
लेकिन अब मुख्यमंत्री उनकी सजा माफ करने की मांग कर रही है। भले ही अम्मा ऐसी मांग करें, लेकिन तमिल जनता अपने मुख्यमंत्री की मांग को कतई स्वीकार नहीं करेगी। वही इस मामले में जयललिता द्वारा हस्तक्षेप करने की मांग पर कांग्रेस पार्टी ने निंदा की है।
कांग्रेस प्रवक्ता टॉम वड्क्कन ने कहा है कि ऐसा कर जयललिता देश की न्यायिक प्रणाली में हस्तक्षेप कर रही है। केन्द्र सरकार ने इन आरोपियों की रिहाई की मांग को पहले ही ठुकरा चुकी है, लेकिन अन्नाद्रमुक पार्टी इस मामले को बार-बार उठाकर आगामी विधानसभा चुनाव में लाभ लेना चाहती है।