उज्जैन। मध्य प्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में दिव्यांगों को नए साल सौगात मिलने वाली है, जिसके जरिए वे बिना किसी बाधा के महाकालेश्वर के ज्योतिर्लिंग के दर्शन कर सकेंगे।
दृष्टिहीन श्रद्धालुओं को विशेष प्रकार का हेडफोन उपलब्ध कराया जाएगा। यह इंटरनेट से जुड़ा होगा और गूगल नेविगेशन से महाकाल परिसर के हर छोटे-बड़े मंदिर की जानकारी के साथ ही रास्ता बताएगा। इसके साथ ही एक विशेष प्रकार की छड़ी तैयार की गई है, जो किसी भी बाधा को दूर से स्कैन कर इंडीकेट करते हुए वाइब्रेट होगी।
महाकाल मन्दिर में ब्रेल संकेतक भी लगाए गए हैं। मन्दिर की सम्पूर्ण जानकारी का पत्रक भी ब्रेल लिपि में बनवाया जा रहा है। महाकाल मन्दिर में रैम्प के निर्माण के साथ-साथ रेलिंग लगाई गई है।
महाकाल धर्मशाला के दो कमरे निचले तल पर दिव्यांगजनों के लिए आरक्षित रहेंगे। इन कमरों के अंदर शौचालय रहेगा। अल्प दृष्टिबाधितों के लिए धर्मशाला के आरक्षित कमरों में बिजली के बटनों पर रेडियम लगाया जाएगा।
जिलाधिकारी संकेत भोंडवे का दावा है कि दिव्यांग आसानी से दर्शन-पूजन कर सकें, यह व्यवस्था देने वाला महाकाल मंदिर देश में पहला बाधारहित मंदिर बन जाएगा। दिव्यांगों के लिए वे सारी व्यवस्थाएं की जा रही है, जो उनकी जरूरत होगी।
केंद्रीय दिव्यांगता सलाहकार बोर्ड की ओर से विशेष सदस्य नियुक्त पंकज मारू महाकाल मंदिर में दिव्यांगों के लिए जरूरी सुविधाएं जुटाने का काम कर रहे हैं। उनका कहना है कि डिवाइस स्मार्ट फोन होगा, जिसमें एप डाउनलोड रहेगा, जो हेडफोन में मंदिर की जानकारी पहुंचाता रहेगा। इसे जयपुर की एक आईटी कंपनी से तैयार करवाया गया है।
महाकाल मन्दिर में दृष्टिहीनों को हेडफोन एवं हाईटेक स्टिक के साथ ही व्हीलचेयर उपलब्ध कराई जाएगी। मन्दिर में दिव्यांगजनों के लिए पर्याप्त व्हील चेयर, हेडफोन और हाईटेक स्टिक उपलब्ध रहेगी, जिससे दिव्यांगजन भगवान महाकाल के दर्शन का लाभ लेंगे।