भोपाल। इस साल दीपावली पर जुआ खेलने और खिलाने वालों की खैर नहीं, क्योंकि इस बार प्रशासन की इन पर कड़ी नजर रहेगी। शासन के निर्देश पर प्रशासन ने जुआरियों की धरपकड़ के लिए कमर कस ली है।
इसके बावजूद प्रदेशभर में यह गौरखधंधा जोर-शोर से चल रहा है। जगह-जगह जुआ के फड़ लग रहे हैं और रोजाना लाखों के दांव लगते हैं। हालांकि, दीपावली पर शासन-प्रशासन ने जुआ खेलने और खिलाने वालों पर पैनी नजर रखने की तैयारी कर ली है और इसी के तहत रोज कई जुआरी पकड़े भी जाते हैं, लेकिन छुटपुट कार्रवाई से इस अवैध धंधे पर लगाम नहीं लगेगी। इसके लिए प्रशासन को व्यापक तैयारी करनी पड़ेगी और पैनी नजर रखनी होगी, तभी इस पर नियंत्रण पाया जा सकता है।
दीपावली पर जुआ खेलना परम्परा मानी जाती है, लेकिन प्रदेश में इस पर्व पर जुआ खेलना फैशन बन गया है। दीपावली के नजदीक आते ही मध्यप्रदेश में जिला मुख्यालय से लेकर कस्बों और गांवों में इन दिनों जुओं के फड़ गुलजार हैं, जैसे जैसे दीपावली नजदीक आ रही है, वैसे वैसे हाईप्रोफाइल रसूखदारों और आपराधिक पृष्ठभूमि वालों द्वारा संचालित जुए के फ$डों पर रौनक ब$ढती जा रही है। इसके लिए पुलिस को पेशेवर जुआ संचालकों पर कड़ी नजर रखते हुए उन पर त्वरित कार्यवाही करनी होगी, तभी इस गोरखधंधे पर अंकुश लगाया जा सकता है।
केवल दशहरा से दीपावली के बीच ही जिले में करो$डों के दांव लग जाते हैं। जुए की लत से भले ही धनकुबेरों को कोई फर्क न प$डे लेकिन सीमित आय वालों के घरों की गृहस्थी का सामान बिकने की नौबत तक आ जाती है लेकिन जुए के फ$डों पर वही रौनक बनी रहती है। यहां दांव लगाने के लिए आम लोगों के साथ साथ खास लोग भी पहुंचते हैं।
देवेन्द्रनगर कस्बे में एक चर्चित जुए के फ$ड पर दशहरा से दीपावली के बीच लाखों का जुआ खेला जाता है। पन्ना जिले के मुक्तिधामों व पहा$िडयों के आसपास और शहर के बाहरी हिस्सों में बने कई फार्म हाउसों पर इन दिनों हर रात ५२ पत्ती का खेल बेध$डक होकर खेला जा रहा है। देवेन्द्र नगर और गुनौर थाना क्षेत्रों में भी जुंए के फ$ड संचालित होने की सूचना मिल रही है।
वहीं सूत्रों की माने तो इन दिनों पन्ना शहर में लग्जरी गा$िडयों की सीटें निकालकर उनके अंदर जुआ खेलने का नया तरीका अपनाया जा रहा है। इस तरह से इन चलित जुआ घरों में लाखों रूपये के दांव लगाये जा रहे । हाईप्रोफाइल रसूखदारों के आलीशान घरों और फार्म हाउसों पर अलग ही नजारा देखने को मिलता है ।
इन आलीशान फ$डों को संचालित करने वाले जुआरिओं को सुरक्षा और हर तरह की सुविधा का पूरा भरोसा दिलाते हैं। एक बार इन आलीशान जुआ के फ$डों के अंदर जाने पर वहां खाने पीने से लेकर हर तरह की व्यवस्था और हारने पर फाइनेंस की भी सुविधा भी दी जाती है।
सुरक्षा के मामले में इन फ$डों के अंदर बिना अनुमति के आदमी तो क्या कोई परिंदा भी पर नहीं मार सकता । दिन रात चलने वाले इन फ$डों पर दिन में कम रात मे रौनक अधिक रहती है। ऐसा बताते हैं कि इन रसूखदारों की पक$ड नीचे से ऊपर तक मजबूज होने से कोई भी इनकी ओर आंख उठाकर देखने का साहस नहीं कर पाता है।