यूँ तो आज कल सर दर्द कई कारणों से होता सकता है लेकिन क्या आप पता हैं कि कुछ खाद्य पदार्थ ऐसे भी होते हैं जो सर दर्द को बहुत ज्यादा बढ़ावा देते है। आमतौर पर 30% मामलों में तनाव, जो आनुवंशिकता और खान-पान माइग्रेन के दर्द को बढ़ाता है। आहार के कारण बढ़ने वाले माइग्रेन के कारण होने वाले सिरदर्द का प्रमुख कारण अचानक से लो कैलोरी डायट का लेना है। अगर आहार में से पूरी तरह कार्बोहाइड्रेट को हटा दिया जाये, तब भी सिर दर्द की समस्या कम हो सकती है।
* एमिनो एसिड : एक प्रकार का टाइरामाइन होता है, जो सिरोटोनिन लेवल को कम करता है, जिससे नसें प्रभावित होती हैं और सिरदर्द होता है। टाइरामाइन माइग्रेन को बढ़ाने का प्रमुख कारक है इसलिए रेड वाइन, चीज, चॉकलेट, अल्कोहल और प्रोसेस्ड मीट को माइग्रेन का ट्रिगर माना जाता है। और यह बहुत हानिकारक होता है
* पनीर :
पनीर में टाईरामाँइन नामक एंजाइम शामिल रहता है जो आपके रक्तचाप को बढाता है। रक्तचाप बढ़ने से सर दर्द में बढ़ोतरी होती है एवं अनेक जटिलताएं पैदा होती हैं।
* खट्टे फल :
जो फल खट्टे होते हैं या जिनमें बहुत ज्यादा मात्रा में विटामिन सी होता है उनकी वजह से आपका शरीर खाद्य पदार्थों में से ताम्बे को अवशोषण ज्यादा करता है और तांबा आपके सर दर्द को बढ़ाता है। अतः अगर आपको बराबर सर दर्द रहता हो तो खट्टे फल का सेवन कम से कम करना चाहिए ।अगर आप माईग्रेन के मरीज हैं तो खट्टे अचार एवं चोकलेट इत्यादि से दूर रहे.
* चीनी :
चीनी के कारण भी कुछ लोगों में माइग्रेन का अटैक होता है, हालांकि प्राकृतिक चीनी से किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं होता है। परंतु अलग से चीनी का सेवन करने से परेशानी हो सकती है।
* शराब, बीयर :
जरुरत से ज्यादा शराब, बीयर, ब्रांडी, रेड वाइन इत्यादि पीने से भी सर दर्द करता है। यूँ तो इनका सेवन बिलकुल हीं नहीं करना चाहिए क्योंकि ये सेहत के लिए बहुत हीं हानिकारक होते है लेकिन अगर आपको इनकी आदत है तो इन्हें छोड़ने से भी आपको सर दर्द हो सकता है।